भारत से जुड़े पड़ोसी देश नेपाल ने कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी कमर कस ली है। अभी सिर्फ 1 केस देखने वाले नेपाल ने भारत और चीन से लगीं अपनी सीमाएं सील करने का फैसला किया है। यह आदेश सोमवार सुबह 10 बजे से लागू किया जाएगा। राज्य की सरकार ने रविवार देर शाम कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया। नेपाल से भारत के उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, सिक्किम, पश्चिम बंगाल और बिहार राज्यों की सीमाएं सटी हैं।
पहले ही उठाए कदम
नेपाल में अभी तक कोरोना वायरस से एक शख्स पॉजिटिव पाया गया है। हालांकि, सरकार ने एहतियात बरतते हुए पहले ही कठोर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। नेपाल में आंशिक बंदी करते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, लंबी दूरी के यातायात को रोक दिया गया और एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स को भी बंद कर दिया गया है। नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार ने निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की गैर-जरूरी सेवाओं को भी 23 मार्च से 3 अप्रैल तक के लिए रोक दिया है।
घर से हो काम
इससे पहले प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने कहा था कि कोई संक्रमित देश में दाखिल नहीं हो यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार पड़ोसी देशों के साथ समन्वय कर सीमा चौकियों पर स्वास्थ्य डेस्क स्थापित करेगी। उन्होंने कहा था कि सरकार निजी क्षेत्र में घर से काम को प्रोत्साहित करेगी। प्रधानमंत्री ने कालाबाजारी, जमाखोरी और आर्टिफिशल तरीके से बाजार में सामान की किल्लत पैदा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी। नवभारत टाइम्स में खबर है ।