अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भारत सहित विभिन्न पड़ोसियों और अपने ही लोगों के खिलाफ वर्तमान चीनी क्षेत्रीय आक्रामता के लिए मंगलवार को ट्रम्प प्रशासन की “असंगत” विदेश नीति को जिम्मेदार ठहराया। हिलेरी क्लिंटन 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प से पराजित हो गयी थीं। हिलेरी क्लिंटन ने दावा किया कि ट्रम्प की कमजोर विदेश नीति से रूस और चीन दोनों को फायदा हो रहा है। हालांकि ट्रम्प प्रशासन ने जोर देकर कहा है कि अतीत में कोई भी प्रशासन राष्ट्रपति ट्रम्प की तुलना में चीन के खिलाफ अधिक सख्त नहीं रहा है।
हिलेरी ने आरोप लगाया कि ट्रम्प प्रशासन ने दुनिया में अराजक स्थिति पैदा कर दी है। उन्होंने इस क्रम में चीन में उइगुर लोगों के खिलाफ दमनकारी नीति, दक्षिण चीन सागर में हावी होने की चीन की कोशिश, भारत के साथ सीमा झड़पों का भी जिक्र किया। भारत और चीन की सेनाओं के बीच पांच मई से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कई क्षेत्रों में गतिरोध है।
पिछले महीने गलवान घाटी में हुए संघर्ष में 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। क्लिंटन ने कहा कि ये सब गतिविधियां जो हम चिंता के साथ देख रहे हैं, वे चीन से बाहर आ रही हैं और डोनाल्ड ट्रम्प उनके सबसे बड़े सहयोगी हैं। उन्होंने कहा कि उनकी असंगत विदेश नीति के साथ ही उनके राष्ट्रपति होने से चीन को जबरदस्त अवसर मिला है।