मिनियापोलिस में श्वेत पुलिस अधिकारी के हाथों हुई अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के विरोध में हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए लगाए गए कर्फ्यू को शुक्रवार रात हटा लिया गया। राज्य अब सैनिकों और नेशनल गार्ड के सदस्यों को वापस भेजने की योजना बना रहा है। फ्लॉयड को गिरफ्तार किए जाने और पुलिस हिरासत में उसकी मौत के बाद मिनियापोलिस और सेंट पॉल में पिछले सप्ताह के अंत में हिंसक प्रदर्शन हुए थे और आक्रोशित लोगों ने तोड़-फोड़ की थी। पूरे देश में और यहां तक कि अन्य देशों में फ्लॉयड की हत्या की निंदा हुई।
मिनियापोलिस और सेंट पॉल में कुछ दिन से शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहे हैं। गवर्नर टिम वाल्ज ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को मिनियापोलिस पुलिस विभाग में तेजी से बदलाव लाने का श्रेय दिया। शक्रवार को विभाग में नागरिक अधिकारों की जांच शुरू हो गई। गौरतलब है कि फ्लॉयड को 25 मई को एक श्वेत अधिकारी ने हथकड़ी लगाकर जमीन पर गिरा दिया था और अपने घुटनों से उसकी गर्दन को तब तक दबाए रखा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। एक राहगीर ने घटना का वीडियो बना लिया और वीडियो वायरल होने के बाद देश में उबाल आ गया।