आज के चरण में सात लाख से अधिक मतदाता वोट डालेंगे। मतदान सुबह 7 से दोपहर 2 बजे के बीच होगा। 34 डीडीसी निर्वाचन क्षेत्रों में 50 खाली सरपंच सीटों और 216 रिक्त पंच सीटों पर पंचायत उपचुनाव के लिए वोटिंग एक साथ हो रही है।
पंजाब के खिलाड़ी और कलाकारों ने ऐलान किया है कि वे आज अवॉर्ड वापसी करेंगे। ओलिंपिक मेडलिस्ट बॉक्सर विजेंदर सिंह ने रविवार को कहा कि कानून वापस नहीं हुए वे राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार वापस कर देंगे।
महिलाओं को डर है कि इन ुकाले कानूनोुं से उनकी आने वाली पीढ़ी प्रभावित होगी और उनके बच्चे अपने ही खेतों में खेतिहर मजदूर बनकर रह जाएंगे। वहीं युवाओं की यह चिंता है कि अगर खेती(किसानी को भी सरकार प्राइवेट हाथों में दे देगी तो फिर बेरोजगारी के इस दौर में उनके हाथ में क्या रह जाएगा।आंदोलन में शामिल लोग कृषि कानूनों के साथ-साथ कई ऐसे मुद्दों का भी जिक्र करते हैं और यह बताते हैं कि कैसे आजादी के बाद से ही पंजाब की उपेक्षा की गई है। उनकी बातों में पंजाब को विभाजित कर उसे कमजोर करने, पंजाब का पानी दूसरे राज्यों को देने, 1984 में हुए सिख दंगों में इंसाफ न मिलने, पंजाबी भाषा को तवज्जो न देने का रोष साफ दिखता है। आंदोलन में शामिल कई लोग खुद मानते हैं कि ये पंजाब की अस्मिता की भी लड़ाई है।
टर हैदराबाद म्युनिसिपल कार्पोरेशन (GHMC) के पूरे परिणाम शुक्रवार देर रात तक आने की संभावना है. पार्टीवार बात करें तो तेलंगाना राष्ट्र समिति यानी टीआरसी की सीटों की संख्या में 2016 के चुनावों की तुलना में करीब 40 फीसदी की कमी आई है. बीजेपी के हाथों उसे 30 सीटें गंवानी पड़ी है. बीजेपी जिसके पास इन चुनावों में गंवाने के लिए कुछ नहीं था, के प्रदर्शन में काफी सुधारा आया है. पार्टी के इस प्रदर्शन को राजनीतिक विश्लेषण वर्ष 2023 के तेलगांना विधानसभा चुनाव के लिहाज से 'बड़ी छलांग' मान रहे हैं. ऐसा लगता है कि 2023 के तेलगांना विधानसभा में सत्तारूढ़ टीआरएस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला होगा और कांग्रेस इस दौड़ में कही नहीं होगी.
लिहाजा, जो मीडिया राशन-पानी लेकर दिल्ली की सरहद पर आ बैठे किसानों की घेराबंदी की कवरेज में जुटा था, उसे तुरंत अपना फोकस कोविड-19 के टीके की तैयारियों का जायजा ले रहे प्रधानमंत्री की ओर करना पड़ा.
कांग्रेस नेता मानते हैं कि जननायक जनता पार्टी (जजपा) के अंदर भी नाराजगी बढ़ रही है। जजपा के कई विधायक खुलकर किसान आंदोलन का समर्थन करना चाहते हैं, पर भाजपा के साथ गठबंधन की मजबूरी के चलते चुप है। वहीं, दूसरी तरफ जींद की खापों ने भी जजपा विधायकों पर दबाव बढ़ा दिया है। खाप चाहती है कि जजपा भाजपा से संबंध तोड़कर किसानों का साथ दे।
मोदी हैं तो मुमकीन है’ इस उद्घोष की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं। अमित शाह ने बार-बार आंदोलनकारियों से पीछे हटने का आह्वान किया। अंतत: पंजाब के मुख्यमंत्री वैâ. अमरिंदर को चर्चा से रास्ता निकले, इसके लिए दिल्ली जाना पड़ा। हम इस आंदोलन की एकजुटता का बार-बार उल्लेख करते हैं क्योंकि एकजुटता ही बड़ी सफलता है।
किसान यूनियन और सरकार दोनों ने ही अपनी बातें रखीं। किसान नेताओं ने बहुत सही और सटीकता से अपने विषयों को रखा है। इसमें जो बिंदु निकले हैं उन पर हम सब लोगों की लगभग सहमति बन गई है। अब पांच दिसंबर को बैठक में सहमति को निर्णायक स्तर पर आगे बढ़ाएंगे।
कृषि मंत्री ने कहा कि निजी मंडियों में केवल पैन कार्ड के आधार पर व्यापार ना हो, व्यापारियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो इसे सुनिश्चित किया जाएगा। विवाद की स्थिति में पहले एसडीएम कोर्ट में जाने की बात थी लेकिन किसानों की मांग पर इसे सीधे न्यायालय में ले जाने की बात पर विचार किया जा रहा है। साथ ही किसानों की जमीन को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है, इस भ्रम को दूर करने के लिए भी सरकार काम करेगी। सरकार हम हर मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हैं।
इस विजिट के बारे में प्राइम मिनिस्टर ऑफिस (PMO) ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया था। PMO ने कहा था कि भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई के फाइनल फेज में आ गया है। मोदी की इस विजिट और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत से उन्हें भारत में वैक्सीनेशन की तैयारियों, चुनौतियों और इसके रोडमैप के बारे में एक नजरिया बनाने में मदद मिलेगी।
कोरोना वायरस के प्रसार को फैलने से रोकने के लिए बनाए गए तमाम गाइडलाइंस को धता बताकर किसानों का दल दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश में शुक्रवार को भी जुटा रहा. हरियाणा और पंजाब के किसान राशन पानी के साथ विरोध प्रदर्शन के लिए अपने-अपने राज्यों से दिल्ली के लिए निकले हुए हैं. हालांकि दिल्ली पुलिस के मुताबिक कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के नियमों के मुताबिक उन्हें दिल्ली में धरना प्रदर्शन की इजाजत नहीं है. लेकिन शुक्रवार को हुए बवाल के बाद किसानों को दिल्ली में दाखिल होने की इजाजत दी गई. इससे पहले हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर के पास शुक्रवार को दोबारा पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर पानी की बौछार कर उन्हें खदेड़ने की कोशिश की.
राजधानी दिल्ली में आज किसानों का महाधरना है। खेती से जुड़े केंद्र सरकार के तीन क़ानूनों के विरोध में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान 26-27 नवंबर को 'दिल्ली चलो' के आह्वान के साथ राजधानी में प्रदर्शन की तैयारी में हैं। ऑल इंडिया किसान संघर्ष को-ऑर्डिनेशन कमेटी, राष्ट्रीय किसान महासंघ, भारतीय किसान यूनियन सहित कई संगठनों ने इस दिल्ली चलो मार्च का आह्वान किया है।
में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन और रिपब्लिकन उम्मीदवार और मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर चल रही है. दुनियाभर के लोगों के मन में इस समय सिर्फ यही बात चल रही है कि क्या एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप
सोमवार को एनडीए की ओर से स्टार प्रचारक के रूप में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मोर्चा संभालेंगे. योगी आदित्यनाथ की बिहार में कुल तीन रैलियां हैं, यूपी सीएम वाल्मीकिनगर, रक्सौल, सीतामढ़ी में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे.
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी की अगुवाई वाली महागठबंधन को बेरोजगारी के मुद्दे को भुनाकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ "सत्ता-विरोधी लहर" के सहारे अपनी चुनावी नैया पार हो जाने की आस है। वहीं, एनडीए का मानना है कि पिछड़े क्षेत्र दरभंगा में एयरपोर्ट (Darbhanga Airport) और एम्स (Darbhanga AIIMS) समेत अन्य कल्याणकारी और विकास योजनाओं का लाभ जनता को मिला है, जिससे तिरहुत और इलाके के अन्य क्षेत्रों में अगले दो चरणों में होने वाले चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन को मदद मिलेगी।
इस दौरान उन्होंने छपरा में आयोजित रैली में प्रदेश का मान बढ़ाने वाले गोपालगंज के बेटे का नाम लेकर बधाई दी।
मंच पर मुख्यमंत्री का पार्टी कार्यकताअों और पदाधिकारियों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित जनसभ में राम मंदिर और लव जिहाद जैसा मामला भी छाया रहा।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेता अयाज सादिक ने पाकिस्तान की संसद में एक बहस के दौरान कहा कि 2019 में पाकिस्तान में पकड़े गए भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को ले कर हुई एक बैठक में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के "पैर कांप रहे थे" और उनके माथे पर पसीना था.
बिहार में कोरोना के बीच चुनाव हो रहे हैं। चुनाव को लेकर इलेक्शन कमीशन ने जो गाइडलाइन जारी की थी, उसे साइडलाइन कर संक्रमण का खतरा बढ़ाया जा रहा है। ये हम नहीं खुद चुनाव प्रचार में लगे नेताओं द्वारा सोशल मीडिया में शेयर की जा रही तस्वीरें बता रही हैं। भास्कर कुछ ऐसी ही ऐसी तस्वीरें आपके सामने ला रहा है। हमने यह फोटोज नेताओं के सोशल मीडिया प्लेटफार्म से ही ली हैं। भास्कर सवाल खड़ा करता है कि क्या ये तस्वीरें इलेक्शन कमीशन को नहीं दिख रहीं। कोरोना काल के चुनाव में नेताओं की मनमानी और जिम्मेदारों की चुप्पी की यह खास रिपोर्ट...
सरहद (LAC) पर जारी तनाव के बीच सोमवार को भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की बैठक हुई। ये बैठक करीब 11 घंटे तक चली, जो लद्दाख के चुशूल में हुई। ये दोनों देशों के बीच 7वें दौर की बैठक थी। इस बैठक में भी LAC पर तनाव कम करने को लेकर चर्चा की गई। वार्ता दोपहर लगभग 12 बजे शुरू हुई जो रात 11 बजे तक जारी रही। इस सैन्य वार्ता में भारतीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशिया मामलों के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव कर रहे हैं. ऐसा माना जाता है कि वार्ता में चीनी विदेश मंत्रालय का एक अधिकारी भी चीनी प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहा।