मध्य और पश्चिम रेलवे मुंबई डिवीज़न से गुरुवार को कुल 40 श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना की गई। इन ट्रेनों में कुल 48,000 यात्री अपने मुलुक के लिए रवाना हुए। इनमें से पश्चिम रेलवे की 27 ट्रेनें और मध्य रेलवे की 13 ट्रेनें शमिल हैं। बता दें कि इन सभी ट्रेनों का टिकट राज्य सरकार खरीद रही है। इसके बाद वह यात्रियों से टिकट के पैसे लेकर उन्हें ट्रेन में बैठा रही है। हर ट्रेन में लगभग 1200 यात्री सफर कर रहे हैं।
३० जून तक सभी ट्रेनें रद्द
वापस होगा पूरा किराया
भारतीय रेल ने अगली सूचना मिलने तक सभी नियमित पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दीं हैं। इस दौरान श्रमिक विशेष तथा अन्य विशेष ट्रेनें चलाई जाती रहेंगी। रेलवे ने 30 जून 2020 तक बुक किए गए सभी टिकटों की संपूर्ण धनवापसी करेगी। वेस्टर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रविंद्र भाकर से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय रेल ने कोरोना वायरस के लक्षणों से युक्त किसी यात्री के पाए जाने पर और उसे यात्रा के लिए अनफिट पाए जाने की स्थिति में आवश्यक दिशा-निर्देश तथा किराए की धनवापसी संबंधी शर्तें भी जारी की हैं। गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी यात्रियों की अनिवार्य रूप से थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और केवल असिंटोटोमेटिक यात्रियों को ही गाड़ी में प्रवेश / यात्रा करने की अनुमति होगी। यदि कोई यात्री बहुत अधिक तेज तापमान अथवा कोविड-19 आदि के लक्षणों से युक्त पाया जाता है, तो उसे कंफर्म टिकट होने के बावजूद यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।