देश के इतिहास में पहली बार रुकी भारतीय रेलवे (Indian Army) ने प्रवासियों के लिए जमकर काम किया है। कुछ ही दिनों में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Shramik Special) से लाखों लोगों को उनके घर पहुंचाया गया है। रेलवे ने बुधवार को कहा कि उसने 1 मई से अबतक 140 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, जिनसे लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए 1 लाख 35 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को उनकी मंजिल तक पहुंचाया गया।
रेलवे ने कहा कि बुधवार के लिए 42 ट्रेनों की योजना बनाई गई थी, उसके बाद भी 10 और ट्रेनें चलीं। रेवले के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम दिन के आखिर तक कुछ और ट्रेनें चलाने की योजना बना रहे हैं। रेलवे ने प्रवासी कामगारों के लिए मंगलवार रात तक 88 ट्रेनें चलाईं। ये प्रवासी कामगार कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लागू किए गए लॉकडाउन के कारण कार्यस्थलों पर फंस गए थे।'
महाराष्ट्र से ही चलाई गईं 25 स्पेशल ट्रेनें
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 24 डिब्बे हैं और हर डिब्बे में 72 सीट हैं लेकिन एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने के नियम का पालन हो, इसके लिए रेलवे एक डिब्बे में 54 यात्रियों को ही बैठा रहा है। मुंबई से मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि रेलवे ने जब से श्रमिक स्पेशल सेवा शुरू की है तब से 25 ट्रेनों ने राज्य से प्रवासी श्रमिकों को उनके संबंधित राज्यों में पहुंचाया है।