हाल ही में जारी एक अंतर्राष्ट्रीय जलवायु थिंक-टैंक की रिपोर्ट से पता चला है कि दुनिया भर में कोयले से बनने वाली बिजली के उत्पादन में तीन फीसदी की गिरावट के चलते बिजली क्षेत्र में कार्बन डाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन में दो फीसदी की गिरावट आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक कोयले का इस्तेमाल यूरोपीय संघ और अमेरिका में काफी हद तक कम हो गया है, लेकिन चीन में कोयला उत्पादन और इस्तेमाल में वृद्धि हुई और पहली बार चीन, वैश्विक कोयला उत्पादन के आधे के लिए जिम्मेदार था।
नया शोध “अंतर्राष्ट्रीय विद्युत समीक्षा” उस टीम से आया है जिसने पिछले छह वर्षों से यूरोपीय संघ के पावर सेक्टर रिव्यू का डाटा तैयार किया है। रिपोर्ट को एम्बर (पूर्व में सैंडबैग) एक स्वतंत्र जलवायु थिंक-टैंक है, जो वैश्विक बिजली क्षेत्र में परिवर्तन को तेज करने पर केंद्रित है, ने तैयार किया है।
इस रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष 217 देशों में बिजली उत्पादन और मांग के लिए एक नया वैश्विक डेटासेट दिखाते हैं। 2019 के लिए डेटा दुनिया के 85% बिजली उत्पादन को कवर करता है। वर्ष 2019 के ग्राउंड-ब्रेकिंग नए बिजली डेटा से पता चलता है कि कोयले से बनने वाली बिजली उत्पादन में 3% की गिरावट के कारण बिजली क्षेत्र में कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन में 2% की गिरावट आई है। ये गिरावट 1990 के बाद से इन दोनों डेटा में सबसे बड़ी गिरावट हैं।