भारत गहरी आर्थिक सुस्ती की चपेट में है और जब तक सरकार नए राजकोषीय प्रोत्साहन सहित विकास को बढ़ावा देने के लिए और कदम नहीं उठाती, तब तक अर्थव्यवस्था के अगले वित्तीय वर्ष में भी धीमी गति से चलती रहने की संभावना है.
सरकार ने मंगलवार को 2019-20 के लिए पहला एडवांस इस्टिमेट जारी किया, जहां जीडीपी की वृद्धि 5 प्रतिशत थी. इसका मतलब है कि 2008-09 के संकट के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे धीमी गति से बढ़ रही है. हालांकि, पूरे वर्ष के लिए 5 प्रतिशत की दर से, अनुमान अक्टूबर 2019-मार्च 2020 की अवधि में बहुत कम रिवकरी है क्योंकि पहले छह महीनों में वृद्धि 4.8 प्रतिशत औसत थी.