अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि बीस साल की लड़ाई के बाद हमने विदेशी सेना को भगा दिया. हमने उन सब बातों को भूला दिया हैं, जो हमारे खिलाफ हुई. उन्होंने ये भी कहा कि तालिबान महिलाओं को इस्लाम के आधार पर उनके अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. महिलाएं स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में काम कर सकती हैं, जहां उनकी जरूरत है.
वहीं दूसरी ओर अफगानिस्तान के मुद्दे पीएम मोदी ने भी अहम बैठक की. इस दौरान पीएम मोदी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि आने वाले दिनों में अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं. प्रधान मंत्री ने कहा “भारत को न केवल अपने नागरिकों की रक्षा करनी चाहिए, बल्कि हमें उन सिख और हिंदू अल्पसंख्यकों को भी शरण देनी चाहिए जो भारत आना चाहते हैं, और हमें हर संभव सहायता भी प्रदान करनी चाहिए. मदद के लिए भारत की ओर देख रहे हमारे अफगान भाइयों और बहनों की मदद करें.”