राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के भारत दौरे को लेकर अमरीका में ये उम्मीद की जा रही है कि उनका बड़े स्तर पर सार्वजनिक रूप से स्वागत किया जाएगा. अमरीकी अधिकारियों को उम्मीद है कि ये स्वागत हाल के सालों में भारत में किसी विदेशी नेता को मिले सम्मान से ज़्यादा होगा.
ट्रंप प्रशासन से जुड़े लोगों का ये भी कहना है कि सोमवार से शुरू हो रही ट्रंप की भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच बढ़ रहे कारोबारी मतभेदों को कम करने में मदद मिलेगी. लेकिन शुक्रवार को दोनों देशों की प्रस्तावित बातचीत के एजेंडे को लेकर ट्रंप प्रशासन की तरफ़ आए बयान पर अचानक सबकी नज़रें चली गई हैं.
ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, "मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ट्रंप लोकतंत्र और धार्मिक आज़ादी को लेकर हमारी साझी परंपरा के बारे में सार्वजनिक रूप से और निश्चित रूप से निजी बातचीत में भी बात करेंगे. वे ये मुद्दे उठाएंगे, ख़ासकर धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर बात होगी. इस प्रशासन के लिए ये एक अहम मुद्दा है."