कोरोना की दूसरी लहर से हर रोज देश में डराने वाले आंकड़ो सामने आ रहे हैं। इस संकट के समय में लोग पूरी तरह से प्रशासन और हेल्थ केयर पर निर्भर हैं। लेकिन मरीजों का साथ देने वाली हेल्थ केयर जब उन्हें मरने के लिए छोड़ दें तो मरीज क्या करे? उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हर रोज आ रहे कोरोना मामलों के कारण लखनऊ में हेल्थकेयर सेवाएं काफी दबाव में काम कर रही हैं। बता दें कि यूपी सरकार ने मरीजों के बेहतर इलाज और समय पर दवाओं की डिलीवरी की सुविधा के लिए कोरोनावायरस कमांड सेंटर शुरू किया है। जो कोरोना मरीजों की एक फोन कॉल पर भी मदद करता हैस लेकिन हाल ही में हुई एक घटना से ऐसा लगता है कि ये सुविध केवल नाम भर के लिए है। एक मरीज ने जब हेल्पलाइन पर कॉल करके मदद मांगी तो सेंटर के एक प्रतिनिधि ने मरीज से मर जाने के लिए कहा।
इस सेंटर की सर्विस पर सवाल खड़े करने वाला एक मामला सामने आया है। कोरोनावायरस कमांड सेंटर के एक सदस्य ने मरीजों और उनके परिवारों की सहायता के लिए बनाए गए इस तंत्र के बारे में गंभीर संदेह उठाया है।