असम के गुवाहाटी में एक महिला ने अपनी नागरिकता साबित करने और पैरंट्स के साथ अपना रिलेशन साबित करने के लिए 14 कागजात दिखाए लेकिन फिर भी वह भारत की नागरिक कहलाने में असफल रही। महिला ने ट्राइब्यूनल के फैसले के खिलाफ जब गुवाहाटी हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की तो यहां भी उसे मायूसी हाथ लगी।
गुवाहाटी हाई कोर्ट ने कहा कि पैन कार्ड, जमीन और बैंक के कागजात किसी एक की नागरिकता साबित करने के लिए काफी नहीं हैं, यह कहते हुए कोर्ट ने महिला की याचिका खारिज कर दी। इससे पहले ट्राइब्यूनल ने महिला की नागरिकता का दावा खारिज कर दिया था। बता दें कि असम में पिछले साल अगस्त महीने में एनआरसी की अंतिम लिस्ट जारी हुई थी जिससे 19 लाख लोग बाहर हो गए थे।