भारत और इंग्लैंड के बीच मोटेरा स्टेडियम में चार मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला जा रहा है। इस डे-नाइट टेस्ट के पहले दिन खेल खत्म होने तक तीन विकेट खोकर 99 रन बना लिए है। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा 57 और अजिंक्य रहाणे एक रन बनाकर खेल रहे हैं। भारत की ओर कप्तान विराट कोहली ने भी 27 रन बनाए। पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड से सिर्फ 13 रनों से पीछे है। इंग्लैंड की ओर से जैक लीच ने दो और जोफ्रा आर्चर ने एक विकेट लिया। इससे पहले अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन की बलखाती गेंदों के दम पर भारत ने इंग्लैंड को पहली पारी में 112 रन पर समेट दिया। अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे पटेल ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 38 रन देकर छह विकेट लिए, जबकि अश्विन ने 26 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। एक विकेट इशांत शर्मा को मिला जो अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं। इंग्लैंड के केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे।
अक्षर-अश्विन के जाल में फंसे इंग्लैंड के बल्लेबाज
मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पहले दिन से ही काफी टर्न ले रही थी और इस पर अश्विन और पटेल की फिरकी का इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। कलाई की चोट के कारण पहले दो मैचों में नहीं खेल पाने वाले सलामी बल्लेबाज जॉक क्रॉउली (84 गेंदों पर 53) ने प्रवाह मय बल्लेबाजी की और दस चौके लगाये, लेकिन स्पिनरों के सामने वह भी बगले झांकने लगे। इंग्लैंड को कप्तान जो रूट पर भरोसा था, लेकिन वह भी केवल 17 रन बना पाये। इस मैच से वापसी करने वाले और स्पिनरों के खेलने में सक्षम जॉनी बेयरस्टो खाता भी नहीं खोल सके। भारतीय पिचों के अनुभवी बेन स्टोक्स (छह) भी दोहरे अंक में नहीं पहुंचे। इस तरह से भारतीय स्पिनरों ने इंग्लैंड को टॉस जीतने का फायदा नहीं उठाने दिया।
इशांत ने दिलाई भारत को अच्छी शुरुआत
अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे इशांत (26 रन देकर एक) ने शानदार शुरुआत की और अच्छी लाइन व लेंथ से की गयी गेंद पर डोम सिब्ली (शून्य) को दूसरी स्लिप में रोहित शर्मा के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलायी। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सातवें ओवर में ही अक्षर को गेंद सौंपी और उन्होंने अपनी पहली गेंद पर ही बेयरस्टो को पगबाधा आउट कर दिया। क्रॉउली ने इस बीच गुलाबी गेंद से बल्लेबाजी के लिये सर्वश्रेष्ठ माने जाने वाले सत्र में अधिक से अधिक रन बटोरने की रणनीति अपनायी। उनके कवर ड्राइव की ताकत मोटेरा की तेज आउटफील्ड की हर घास महसूस कर रही थी। लेकिन अश्विन के गेंद थामते ही क्रॉउली और रूट दोनों को परेशानी होने लगी। क्रॉउली को विवादास्पद अंपायर कॉल के कारण जीवनदान मिला लेकिन रूट के मामले में स्थिति स्पष्ट थी। उन्होंने अश्विन की पगबाधा की सफल अपील पर डीआरएस भी गंवाया। क्रॉउली ने रिवर्स स्वीप का भी सहारा लिया लेकिन अश्विन और अक्षर के सामने उनके प्रयास बेकार गये। अक्षर ने उन्हें सीधी गेंद पर पगबाधा आउट करके पहला सत्र भारत के नाम किया।