भारतीय टीम प्रबंधन ने आईपीएल फ्रेंचाइजियों को भारतीय खिलाडिय़ों का वर्कलोड मैनेज करने के लिए कहा है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि यह अब फ्रेंचाइजीस पर निर्भर है, क्योंकि अब वहीं खिलाडिय़ों के मालिक हैं। अगर उन्हें लगता है कि कुछ ज़्यादा हो रहा है, तो वे बात कर एक या दो मैचों का ब्रेक ले सकते हैं।
हालांकि मुझे नहीं लगता है कि ऐसा कुछ होगा। आईपीएल फ़ाइनल के एक सप्ताह के भीतर ही भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फ़ाइनल खेलना है। भारत के कई प्रमुख खिलाड़ी मसलन श्रेयस अय्यर, जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा और ऋषभ पंत अभी चोटिल हैं और वे आंशिक या पूर्ण रूप से आईपीएल से बाहर हो चुके हैं। आगामी होने वाले वनडे विश्व कप को देखते हुए यह अच्छे संकेत नहीं कहे जा सकते हैं। रोहित भी इस बारे में चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि हां यह चिंताजनक है। हमारे पास ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जो हमारे अंतिम एकादश का नियमित हिस्सा होते हैं। हालांकि वे जल्द फि़ट होने की कोशिश भी कर रहे हैं।
हमारा भी ध्यान खिलाडिय़ों के प्रबंधन पर है, इसलिए कई बार आप देखते हैं कि खिलाडिय़ों को आराम दिया जाता है। जब आप अधिक क्रिकेट खेलते हैं, तो चोट होना लाजमी है। इसलिए आप सभी चीज़ों को नियंत्रित नही कर सकते हैं, जो आपके हाथ में है, उसे ही नियंत्रित किया जा सकता है। रोहित ने कहा कि खिलाड़ी भी इससे निराश हैं। वे लगातार खेलना चाहते हैं, बाहर नहीं बैठे रहना चाहते हैं। यह दु:खद भी है कि आप इसमें अधिक कुछ नहीं कर सकते हैं। श्रेयस का उदाहरण सबके सामने है। वह दिन भर बैठा था और शाम को थोड़ा सा नॉक करने गया था, इसी में ही उसको इंजऱी हो गई। आप इसमें ज़्यादा कुछ कर भी नहीं सकते हो। हां, अब खिलाडिय़ों का वर्कलोड मैनेजमेंट कर उन्हें पर्याप्त आराम दे सकते हो और हम ऐसा कर रहे हैं।