आजकल भाजपा में भगदड़ मची हुई है। दिन-प्रतिदिन कोई न कोई नेता पार्टी का साथ छोड़कर जा रहा है। नेताओं के उटपटांग कार्यों एवं व्यवहार के कारण ‘कमल’ पूरी तरह से अंतर्कलह के दलदल में फंस चुका है। नई मुंबई में होनेवाले मनपा चुनाव नजदीक होने के बावजूद भाजपा के नगरसेवक भाजपा छोड़कर शिवसेना और राकांपा में शामिल हो रहे हैं। वहीं मीरा-भायंदर में भी पार्टी कई गुटों में बंट चुकी है।
झटके पर झटका
भाजपा के नगरसेवकों का पार्टी छोड़कर जाना गणेश नाईक को झटके पर झटका साबित हो रहा है। सर्वविदित है कि हाल ही में दीघा प्रभाग के भाजपा की दो नगरसेविकाओं ने शिवसेना का दामन थामा। उसके बाद एक माह भी नहीं गुजरा और भाजपा के पूर्व नगरसेवक वैभव गायकवाड़ और उनकी पत्नी नगरसेविका दिव्या गायकवाड़ भाजपा छोड़कर राकांपा में शामिल हो गए। गौरतलब हो कि नई मुंबई भाजपा में गणेश नाईक के समर्थक माने जानेवाले कुल १२ नगरसेवकों ने भाजपा से मुंह मोड़कर पार्टी का साथ छोड़ दिया है। मौजूदा स्थिति में भाजपा नई मुंबई में एकदम कमजोर होती जा रही है तथा महाविकास आघाड़ी और अधिक मजबूत होती दिखाई दे रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री से मुलाकात पर अटकलें तेज
मीरा-भायंदर में भारतीय जनता पार्टी कई गुटों में बंट चुकी है। यहां की भी स्थिति खराब हो गई है, ऐसा लग रहा है कि आनेवाले दिनों में पार्टी टूटकर बिखर सकती है। पूर्व सभापति व नगरसेवक रवि व्यास ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है। उनकी मुलाकात के बाद अटकलें तेज हो गई हैं। वहीं पूर्व विधायक के प्रति स्थानीय लोगों की नाराजगी भी जाहिर हो रही है।