मार्कस स्टोइनिस ने पहले धमाकेदार पारी खेली और बाद में आखिरी दो गेंदों पर दो विकेट लिये जिससे दिल्ली कैपिटल्स ने हार के कगार पर पहुंचने के बावजूद रविवार को यहां किंग्स इलेवन पंजाब को सुपर ओवर में हराकर 13वें इंडियन प्रीमियर लीग में अपना खाता खोला। स्टोइनिस ने सात चौकों और तीन छक्कों की मदद से 21 गेंदों पर 53 रन बनाये जिससे दिल्ली अंतिम तीन ओवरों में 57 रन जुटाकर आठ विकेट पर 157 रन बनाने में सफल रहा।
इससे पहले कप्तान श्रेयस अय्यर (32 गेंदों पर 39, तीन छक्के) और ऋषभ पंत (29 गेंदों पर 31, चार चौके) ने चौथे विकेट के लिये 73 रन जोड़कर टीम को तीन विकेट पर 13 रन से उबारा था। किंग्स इलेवन की तरफ से मयंक अग्रवाल (60 गेंदों पर 89 रन, सात चौके, चार छक्के) ने संयम और आक्रामकता का अच्छा नजारा पेश किया और आईपीएल में अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया। उनकी इस पारी से किंग्स इलेवन ने पांच विकेट पर 55 रन से उबरकर आठ विकेट पर 157 रन बनाये।
रविचंद्रन अश्विन के पहले ओवर के बाद ही चोटिल होने का भी किंग्स इलेवन को फायदा मिला। किंग्स इलेवन को अंतिम ओवर में 13 रन चाहिए थे। अग्रवाल ने स्टोइनिस (29 रन देकर दो) की पहली गेंद पर छक्का लगाया और इसके बाद क्रिस जोर्डन के साथ विकेटों के बीच दौड़ से स्कोर बराबर कर दिया। अब दो गेंद पर एक रन की जरूरत थी लेकिन अग्रवाल पांचवीं गेंद पर सीमा रेखा पर कैच दे बैठे। अगली गेंद पर जोर्डन भी कैच दे बैठे और मैच सुपर ओवर तक खिंच गया।
सुपर ओवर में किंग्स इलेवन ने दो रन दोनों विकेट गंवा दिये। कैगिसो रबाडा ने केएल राहुल और निकोलस पूरण को लगातार गेंदों पर आउट किया। दिल्ली कैपिटल्स ने आसानी से जीत दर्ज की। इससे पहले कप्तान राहुल (19 गेंदों पर 21) ने शुरू में रन जुटाये लेकिन उनके मोहित शर्मा की गेंद पर बोल्ड होने से किंग्स इलेवन की पारी लड़खड़ा गयी। क्रिस गेल को टीम में नहीं रखना भी उसे भारी पड़ा। अश्विन (दो रन देकर दो) ने छठे ओवर में गेंद संभाली जिसमें उन्होंने दो विकेट लिये और आखिर में चोटिल होकर मैदान भी छोड़ा।
उन्होंने अपने इस ओवर में करुण नायर और पूरण को पवेलियन भेजा लेकिन आखिरी गेंद पर रन रोकने के प्रयास में उनके कंधे पर चोट लग गयी। रबाडा (28 रन देकर दो) ने ग्लेन मैक्सेवल को आयाराम गयाराम बनाया। अक्षर पटेल ने कसी हुई गेंदबाजी की और 14 रन देकर सरफराज खान (12) का विकेट भी लिया। अग्रवाल ने एक छोर संभाले रखा और कृष्णप्पा गौतम (20) के साथ छठे विकेट के लिये 46 रन जोड़े। अग्रवाल ने मोहित पर छक्का जड़कर 45 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
इस ओवर में एक और छक्का जड़कर उन्होंने गेंद और रनों के बीच का अंतर कम किया। इसके बाद उन्होंने रबाडा पर भी दो चौके लगाये। इससे पहले दिल्ली की पारी का आकर्षण स्टोइनिस का धमाल रहा। दिल्ली 17 ओवर में तिहरे अंक में पहुंचा। इसके बाद स्टोइनिस ने जोर्डन को निशाने पर रखा और उन पर 18वें ओवर में छक्का और चौका जड़ने के बाद इस गेंदबाज के पारी के आखिरी ओवर में दो छक्के और तीन चौकों लगाये। उन्होंने केवल 20 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
जोर्डन के इस ओवर में 30 रन बने। स्टोइनिस के धमाल से पहले दिल्ली के लिये कुछ भी अनुकूल नहीं लग रहा था। उसने टास गंवाया और जल्द ही उसका स्कोर तीन विकेट पर 13 रन हो गया। दिल्ली के गेंदबाजों ने उस पर मजबूत शिकंजा कस दिया था। मोहम्मद शमी ने 15 रन देकर चार विकेट लिये जबकि आईपीएल में पदार्पण कर रहे लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने भी प्रभाव छोड़ा और 22 रन देकर एक विकेट लिया। शेल्डन कोटरेल (24 रन देकर दो) ने भी पहले तीन ओवरों में प्रभावशाली गेंदबाजी की।
शमी की गेंदों पर दो कैच छूटे तब भी उन्होंने पृथ्वी साव (पांच) और शिमरोन हेटमायर (सात) के विकेट लिये जबकि शिखर धवन रन आउट हुए। पहले छह ओवर में केवल 23 रन बने जबकि दस ओवर तक स्कोर 49 रन था। अय्यर ने गौतम पर तीन दर्शनीय छक्के लगाये लेकिन पंत और वह तीन गेंद के अंदर आउट हो गये।
बिश्नोई ने पंत को गुगली पर बोल्ड किया। इसके बाद शमी अपना आखिरी ओवर करने के लिये आये और उन्होंने आते ही अय्यर को मिडऑफ पर कैच देने के लिये मजबूर किया। आलम यह था कि दिल्ली का स्कोर 17 ओवर में तिहरे अंक में पहुंचा लेकिन इसके बाद स्टोइनिस ने पूरा परिदृश्य बदल दिया।(एजेंसी)