चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच भारतीय सैनिकों की एक पेट्रोलिंग पार्टी को चीनी सैनिकों द्वारा हिरासत में लेने की खबरें आईं. अब इन खबरों को लेकर सेना ने बयान जारी किया है. सेना की ओर से जारी बयान में इन खबरों को गलत बताया गया है.
हालांकि, सेना ने इन खबरों का आधिकारिक तौर पर खंडन भी नहीं किया. यह एक ब्रीफ डिटेंशन था. उन्हें जल्दी ही छोड़ दिया गया था और उनके हथियार भी लौटा दिए गए थे. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह इस तरह की खबरें आई थीं कि भारतीय सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों को चीनी सैनिकों ने हिरासत में ले लिया था और हथियार सीज कर दिए थे.
सेना की ओर से यह बयान भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) को लेकर चल रही तनातनी के बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के लद्दाख दौरे के बाद आया है. बता दें कि सेना प्रमुख ने 23 मई को लद्दाख का दौरा कर शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात कर हालात की जानकारी ली थी. सेना प्रमुख ने लेह स्थित सेना के 14 कॉर्प्स मुख्यालय का दौरा भी किया और उत्तरी कमांड के अधिकारियों से हालात को लेकर चर्चा की थी.