अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के लिए स्थायी रूप से अपनी फंडिंग को रोकने की धमकी दी है, अगर वह 30 दिनों के भीतर संस्था में कोई प्रमुख सुधार नहीं करता है।
ट्रंप ने पिछले महीने डब्ल्यूएचओ के लिए अपनी फंडिंग को अस्थाई रूप से रोकने की घोषणा की थी, साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस प्रकोप के बारे में चीन के 'दुष्प्रचार' को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था, हालांकि डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने आरोप से इनकार कर दिया। वहीं, चीन ने कहा कि उनकी जांच पारदर्शी और ओपन थी।
ट्रंप ने डब्लूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडहोम को लिखे एक पत्र में बताया, 'यदि डब्ल्यूएचओ अगले 30 दिनों के भीतर प्रमुख सुधारों के लिए प्रतिबद्ध नहीं होता है, तो मैं डब्ल्यूएचओ के लिए अपनी फंडिंग को स्थायी रूप से रोक दूंगा।
इसके साथ ही संस्था में अमेरिका की सदस्यता पर भी समीक्षा करूंगा।' इससे पहले, ट्रंप ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने वायरस से निपटने में 'बहुत ही दुखद काम किया है' और वह अमेरिकी फंडिंग पर जल्द ही निर्णय लेंगे। वहीं, सोमवार को, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वैश्विक वायरस प्रतिक्रिया की स्वतंत्र समीक्षा जल्द से जल्द शुरू होगी और इसके लिए संस्था को चीन से पैसे भी मिले हैं। बता दें कि डब्ल्यूएचओ इन दिनों कोरोना वायरस के लिए टिका बनाने में जुटा है।
वैश्विक स्तर पर कोरोना से 4.75 मिलियन से अधिक लोगों के संक्रमित होने की सूचना मिली है और 314,414 लोग मारे गए हैं।