दिल्ली में गुरुवार को कोरोना वायरस के 448 नए मामले सामने आए, इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के कुल मामले 5980 हो गए हैं। दिल्ली में कोरोना से अब तक 66 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 1 व्यक्ति की मौत गुरुवार को हुई। दिल्ली में कोरोना के 1931 रोगी अभी तक ठीक भी हो चुके हैं। इनमें से 389 रोगियों को गुरुवार को ही अस्पताल से छुट्टी मिली है। शहर में कुल 3983 कोरोना के सक्रिय रोगी हैं। बढ़ते हुए कोरोना वायरस के मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने भारत की स्थिति को अभी भी अमेरिका से कहीं बेहतर बताया है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, "कोरोना तो है और अभी बहुत समय तक रहने वाला है। ऐसा नहीं है कि कोरोना एक-दो महीने में खत्म हो जाएगा। कोरोना को रोकने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से काफी कुछ किया गया है। पहले किसी को यह अंदाजा नहीं था कि कोरोना वायरस किस तरह का व्यवहार करता है और यह कैसे काम करता है। हमारे देश में और अन्य देशों में बहुत कुछ फर्क है। हमारे देश में कोरोना का खतरा अमेरिका के मुकाबले कम लगता है।"
दिल्ली में कोरोना के मामलों के दोगुना होने की रफ्तार अभी 11 दिन है। सत्येंद्र जैन ने कहा, "अमेरिका में बहुत ज्यादा लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। दिल्ली में 3983 एक्टिव मरीज हैं और 84 लोग आईसीयू में हैं, जबकि उसमें से भी सिर्फ 12 लोग वेंटिलेटर पर हैं। बाकी देशों में बहुत बड़ी संख्या में मरीज वेंटिलेटर पर और आईसीयू में हैं।"
दिल्ली में बढ़ रहे मरीजों की संख्या पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मरीजों की संख्या को बेस पर नहीं लेना चाहिए, बल्कि मरीजों की वृद्धि दर क्या है, ये मायने रखता है।
गौरतलब है कि दिल्ली में प्रति 10 लाख की आबादी पर करीब 2300 टेस्ट हो रहे हैं। दिल्ली सरकार उन सभी इलाकों को हॉटस्पॉट मानकर सील कर रही है, जहां कोरोना के 3 से अधिक मामले एक साथ पाए गए हैं।
गुरुवार को दिल्ली में हॉटस्पॉट की संख्या घटकर 83 हो गई। चार इलाकों को कोरोना हॉटस्पॉट सूची से बाहर किया गया है।