बांद्र स्टेशन पर लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाती जमा हजारों मजदूरों की भीड़ के लिए महाराष्ट्र सरकार के पर्यटन एवं पर्यावरण मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। आदित्य ने कहा कि बांद्रा स्टेशन पर ताजा स्थिति और सूरत में मजूदरों का उपद्रव केंद्र सरकार की विफलता की वजह से है। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजूदरों को वापस घर भेजने की व्यवस्था पर केंद्र सरकार कोई फैसला नहीं कर पा रही है, उन्हें भोजन या रहने का ठिकाना नहीं चाहिए बल्कि वे घर वापस जाना चाहते हैं।
आदित्य ने ताबड़तोड़ किए ट्वीट्स में कहा, "जिस दिन ट्रेनें बंद की गईं, राज्य सरकार ने आग्रह किया था कि ट्रेनें 24 घंटे के लिए चलाईं जाएं ताकि प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौट सकें। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी ने प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस में भी यह मुद्दा उठाया था और प्रवासी मजूदरों को घर भेजने के लिए रोडमैप बनाने की मांग की थी। केंद्र द्वारा तैयार किया गया रोडमैप प्रवासी मजदूरों को एक राज्य से दूसरे राज्य में उनके घरों तक सुरक्षित और प्रभावकारी तरीके से पहुंचाने में मददगार होगा। यह मुद्दा केंद्र के साथ फिर उठाया गया है।"
Aaditya Thackeray✔@AUThackeray
The current situation at Bandra Station, now dispersed or even the rioting in Surat is a result of the Union Govt not being able to take a call on arranging a way back home for migrant labour. They don’t want food or shelter, they want to go back home