सुनाए थे कई ऐतिहासिक फैसले
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) को राज्यसभा के लिए नामांकित किया है। रंजन गोगोई ने राम मंदिर पर ऐतिहासिक फैसला दिया था। रंजन गोगोई 17 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हो गए थे।
चीफ जस्टिस के रूप में गोगोई का कार्यकाल करीब साढ़े 13 महीने का रहा। इस दौरान उन्होंनें कई महत्वपूर्ण फैसले सुनाए। इन फैसलों में राम मंदिर, चीफ जस्टिस का ऑफिस पब्लिक अथॉरिटी, सबरीमाला मामला, सरकारी विज्ञापन में नेताओं की तस्वीर पर पाबंदी और अंग्रेजी और हिंदी समेत 7 भाषाओं में फैसला महत्वपूर्ण है।
राम मंदिर मामले में गोगोई ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। ये फैसला गोगोई के नेतृत्व वाली 5 सदस्यीय पीठ ने सुनाया था। शीर्ष कोर्ट ने अयोध्या की विवादित जमीन को रामलला विराजमान को देने का फैसला सुनाया था और मुस्लिम पक्षकार (सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड) को अयोध्या में अलग से 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था।
इसके अलावा कोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया था कि राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित करें।