कानपुर के क्रांतिकारी गंगा मेला में टीम प्रताप ने बूट पॉलिश कर, क्रांतिकारी पत्रकार शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी व उनके पत्र प्रताप और उसकी जर्जर होती इमारत के बारे में जागरूक कर जन समूह से सहयोग के लिए अपील की!
यहाँ मैं बताना चाहूँगी कि बूट पॉलिश करने का उद्देश्य ना किसी का विरोध है और ना ही किसी का समर्थन, यह मात्र कानपुर की जनता को जगाने का प्रसास मात्र है! कानपुर की एतिहासिक इमारत जो ना जाने कितनी ही क्रांतिकारी कहानियों की गवाह रही है और जो अब बस ढ़हने की अवस्था में है, उसे संरक्षित कर पुनर्स्थापित करने के लिए एक अपील है ये बूट पॉलिश अभियान!
हर सामाजिक सरोकार में अपनों का साथ तो हमेशा ही मिलता रहा है, इस अभियान में भी श्रीगोपाल तुलस्यान जी, अश्विनी दीक्षित भइया, कृष्ण देव साँवरिया, गौरव रावत, पलक सिंह जी, शबनम आदिल, डॉ. राजेन्द्र यादव चाचा जी, के साथ छोटे भाई आकाश यादव और इसी बीच राजनीति का धवल चेहरा अमिताभ बाजपेई जी के आगमन एवं सहयोग ने दिल में उम्मीदों को ज़िन्दा रखा है!
इस पहल के लिए कहानीकार मृदुल कपिल को साधुवाद! नीरज हेस्टिंग्स भइया हर वक्त सहयोग के लिए तैयार मिलते हैं, अनूप दद्दा की मुस्कान हमें हारने नहीं देती! अम्बेश तिवारी जी, मोहन चंद्रा, अभिषेक तिवारी, विपिन श्रीवास्तव, कौशल, प्रिया मृदुल... सबके साथ मिलकर किला ज़रूर फ़तह होगा।