बीते दिन आंधी,बारिश और ओलावृष्टि के चलते बर्बाद हुई फसलों के आंकलन आंकलन करने के निर्देश दिए गए थे। बिन्दकी एसडीएम ने लेखपालों की समीक्षा बैठक बुलाई थी जिसमें 17 लेखपाल अनुपस्थित रहे। एसडीएम ने अनुपस्थिति रहे सभी लेखपालों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
मालुम हो कि तीन दिन पहले तेज आंधी ओलावृष्टि के चलते बिन्दकी तहसील में बड़ी मात्रा में फसलें बर्बाद हुई थी। इससे किसान चिंतित थे। सूबे की सरकार ने अन्य जिलों की तरह फतेहपुर के किसानों की बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा देने के निर्देश दिए। जिस पर जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी लेखपालों से फसलों के नुकसान की आंकलन रिपोर्ट मांगी गई। इसी के चलते लगातार प्रशासनिक अधिकारी मौके पर जाकर सर्वे भी किया।
एसडीएम बिन्दकी प्रहलाद सिंह ने सोमवार को तहसील के सभागार कक्ष में लेखपालों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई थी जिसमें 17 लेखपाल अनुपस्थित रहे। जिससे खफा एसडीएम ने अनुपस्थिति रहे सभी 17 लेखपालों को नोटिस जारी कर दी,बैठक में मौजूद रहे लेखपालों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वह अपने क्षेत्रों में जाएं और जिन किसानों को नुकसान हुआ है उसका आंकलन मौके पर जाकर करें और उसकी सूची भी मांगी है ताकि पीड़ित किसानों को मुआवजा की राशि दी जा सके । इस बावत एसडीएम ने कहा कि दैवीय आपदा से हुए नुकसान के आंकलन के लिए लेखपालों की एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें 17 लेखपाल अनुपस्थिति रहे। जिन्हें कारण बताओ नोटिस दी गई है वही अन्य सभी लेखपालों को निर्देश दिए गए कि वह अपने क्षेत्रों में जाएं और सर्वे कार्य करने के बाद उसकी रिपोर्ट जल्द दें ताकि उसको शासन को भेजा जा सके और पीड़ित किसानों को मुआवजा मिल सके।