कोरोना वायरस के डर से सालाना हज से कुछ महीने पहले सऊदी अरब के पवित्र स्थलों की यात्रा भी प्रभावित हुई है। संक्रमण की आशंका को देखते हुए सऊदी सरकार ने कल गुरुवार को पवित्र स्थलों की यात्रा पर रोक लगा दी। आपको बता दें कि पश्चिम एशिया में कोरोना वायरस के २४० से अधिक मामले सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है। सऊदी के मुताबिक इस पैâसले का उद्देश्य विदेशी नागरिकों को पवित्र शहर मक्का और काबा जाने से रोकना है, जिस ओर मुंह करके दुनियाभर के मुसलमान एक दिन में ५ बार की नमाज अदा करते हैं। सऊदी प्रशासन ने अपने पैâसले में यह भी कहा है कि मदीना में पैगंबर मोहम्मद की मस्जिद की यात्रा पर भी रोक रहेगी। सऊदी में कोरोना का अब तक कोई मामला नहीं आया है लेकिन अधिकारियों ने वायरस से प्रभावित देशों को टूरिस्ट वीजा देने पर रोक लगा दी है। यह घोषणा सऊदी अरब में महामारी के संभावित प्रसार को लेकर उसकी चिंता दर्शाती है।
ाâोरोना महामारी को देखते हुए सउदी अरब अलर्ट मोड में आ गया है। वहां उमरा और हज के लिए बड़ी संख्या में दुनिया भर के मुसलमान जुटते हैं। ईरान और कुवैत में कोरोना के पैâलते ही सउदी प्रशासन चौकन्ना हो गया है और उसने कोरोना प्रभावित देशों को वीजा नहीं जारी करने का पैâसला किया है।
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय के अनुसार सऊदी इस वायरस के प्रसार पर रोक के उपाय के तहत सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करेगा। सने कहा, ‘हम अपने नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि वे कोरोना वायरस से प्रभावित देशों की यात्रा से पहले एहतियात बरतें।’ मंत्रालय ने कहा, ‘हम लोग अल्लाह से पूरी इंसानियत को इस नुकसान से बचाने की दुआ मांगते हैं।’ पश्चिम एशिया में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश ईरान है, जहां इस वायरस के १४१ प्रभावितों में से २२ लोगों की मौत हो चुकी है। तेल बहुल छोटे से देश कुवैत में भी वायरस से संक्रमण के मामलों में अचानक तेजी आई है और इससे संक्रमित लोगों की संख्या गुरुवार को २६ से बढ़कर ४३ हो गई है। पीड़ित सभी लोग हाल में ईरान से यात्रा कर लौटे थे। उधर, बहरीन में गुरुवार सुबह वायरस से संक्रमण के ३३ मामलों की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने इराक और लेबनान से आनेवाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी है। उसने दुबई और संयुक्त अरब अमीरात में शारजाह से आनेवाली उड़ानों पर भी प्रतिबंध में ४८ घंटे का इजाफा किया है।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने कहा कि शहरों को बंद करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि ईरान में वायरस पर नियंत्रण पाने में ‘एक, दो या तीन हफ्ते’ लग सकते हैं। इस बीच इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कल राजधानी बगदाद में कोरोना वायरस के पहले मामले की घोषणा की, जिससे देश में इससे संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। इन सभी का संबंध ईरान से है।