बीते सोमवार 14 अगस्त को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के शिव मंदिर के पास हुए लैंडस्लाइड में एक परिवार की 3 पीढ़ियां दफ़न हो गई।
शिमला के पवन शर्मा अपनी पत्नी संतोष, बेटे अमन, बहू अर्चना और तीन पोतियों के साथ शिव मंदिर गए थे। जहां ये पूरा परिवार लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया।
सोमवार को लैंडस्लाइड के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन भी शुरू हो गया था लेकिन 3 दिन बाद 16 अगस्त तक परिवार के सात लोगों में से 5 लोगों का शव ही मलबे से निकाला जा सकता है। दादा और पोती अब भी लापता है।
परिवार पर दुखों का जो पहाड़ टूटा है, उसके जख्म अब जिंदगीभर साथ रहेंगे। परिवार में अब पवन शर्मा की बहन बची हैं, जो बताती हैं कि सोमवार को वो भी मंदिर जाने वाली थीं लेकिन तबीयत खराब होने के कारण नहीं जा पाई। इसलिये उनकी जिंदगी तो बच गई लेकिन अपने परिवार की तीन पीढ़ियों का इस तरह जाना उन्हें जिंदगीभर सालता रहेगा।
बुधवार तक शिव मंदिर लैंडस्लाइड के रेस्क्यू ऑपरेशन में 13 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि अभी कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका है। रेस्क्यू ऑपरेशन तो जारी है लेकिन मलबे के ढेर में जिंदगी की आस अब चमत्कार की मोहताज है।