आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा को शुक्रवार को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। यह फैसला उनके खिलाफ मामले की जांच कर रही विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक लागू रहेगा।
निलंबन का प्रस्ताव पीयूष गोयल द्वारा पेश किया गया था, जिन्होंने कहा कि राघव चड्ढा की कार्रवाई अनैतिक थी।
गोयल ने चड्ढा पर विशेषाधिकार हनन का आरोप लगाते हुए कहा कि चड्ढा का आचरण अप्रत्याशित और संसद सदस्य के लिए अशोभनीय है।
गोयल ने कहा कि राघव चड्ढा ने यह भी कहा कि उनके सहयोगी संजय सिंह को सवाल पूछने के कारण निलंबित किया गया। जबकि वह अच्छी तरह जानते थे कि संजय सिंह को अमर्यादित व्यवहार के कारण निलंबित किया गया था।
यह है आरोप चड्ढा पर आरोप है कि उन्होंने राज्यसभा में के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, को पारित कराने की प्रक्रिया के दौरान प्रवर समिति के गठन का प्रस्ताव दिया था।