भीषण गर्मी के बीच दिल्ली में गहराया जल संकट, तेजी से घट रहा यमुना का पानी

दिल्ली में बढ़ती गर्मी के बीच पानी का संकट गहरा रहा है और यमुना में पानी के कम प्रवाह के कारण वजीराबाद तालाब में जलस्तर (Water Level) तेजी से घट रहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने एक सप्ताह में दूसरी बार हरियाणा सिंचाई विभाग (Haryana Irrigation Department) को पत्र लिखकर यमुना में अतिरिक्त जल छोड़ने को कहा है ताकि राजधानी में जलापूर्ति में अवरोध ना आए।

एक अधिकारी ने बताया कि वजीराबाद बैराज (Wazirabad Barrage) में जलस्तर बुधवार की सुबह चिंताजनक रूप से कम होकर 672।30 फुट के स्तर पर आ गया जबकि सामान्य स्तर 674।5 फुट है। हरियाणा दो नहरों- कैरियर-लाइन्ड चैनल (CLC) और दिल्ली उप-शाखा (DSB) के माध्यम से दिल्ली को 61 करोड़ गैलन पानी की आपूर्ति करता है।

सीएलसी और डीएसबी को मुनक नहर और भाखरा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के माध्यम से हथिनी कुंड से पानी की आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा दिल्ली को ऊपरी गंगा (Ganga) नहर के माध्यम से उत्तर प्रदेश से 25।3 करोड़ गैलन पानी प्रतिदिन मिलता है। इनके अलावा 9 करोड़ गैलन पानी राजधानी में लगे कुओं और जलाशयों (Reservoirs) से मिलता है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि वजीराबाद तालाब में पानी के कम स्तर और सीएलसी में कम प्रवाह की वजह से चंद्रावल, वजीराबाद, हैदरपुर, नांगलोई और द्वारका समेत कई वॉटर प्यूरिफिकेशन प्लांट्स (Water Purification Plants) की ऑपरेशनल क्षमता कम हुई है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली को 2021 में 1,380 एमजीडी पानी की जरूरत थी जबकि दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Water Board) करीब 950 एमजीडी पानी की आपूर्ति ही कर सका। मौसम विभाग (Weather Department) ने मई महीने में भी सामान्य से अधिक तापमान का अनुमान व्यक्त किया है।

(इनपुट - भाषा)

प्रकाशित तारीख : 2022-05-04 19:43:00

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