14 अगस्त 2021 को हेती के दक्षिण-पश्चिमी इलाक़े में रिक्टर पैमाने पर 7।2 की तीव्रता वाले भूकम्प ने व्यापक तबाही मचाई थी।
भूकम्प के कारण दो हज़ार 200 से अधिक लोगों की मौत हुई, 13 हज़ार से ज़्यादा लोग घायल हुए और बुनियादी ढाँचे को भीषण क्षति पहुँची।
बताया गया है कि एक लाख 37 हज़ार से अधिक मकान क्षतिग्रस्त या ध्वस्त हुए हैं और तीन लाख छात्रों के स्कूलों में लौटने में देरी हो रही है। यूएन उपमहासचिव आमिना मोहम्मद ने हेती में विनाशकारी आपदा के तुरन्त बाद, भूकम्प प्रभावित इलाक़ों का दौरा किया था।
उन्होंने कहा कि यह समय हिम्मत हारने का नहीं है, चूँकि हेती की जनता कभी उम्मीद नहीं छोड़ती है। “बार-बार, वे अपनी हानि का शोक मनाते हैं, और फिर ख़ुद को सम्बल प्रदान करते हुए, अपना जीवन एक बार फिर से शुरू कर देते हैं।”
उन्होंने कहा कि हेती एक बार फिर से चौराहे पर खड़ा है। “स्थिरता व विकास में वर्षों से किये गए निवेश की रक्षा की जानी होगी। और राष्ट्रीय संस्थाएँ नेतृत्व करने के लिये तैयार हैं।”
एक अनुमान के अनुसार, 95 से अधिक अस्पताल व स्वास्थ्य केन्द्र प्रभावित हुए हैं, और सड़कों व पुलों को क्षति पहुँचने से भूकम्प प्रभावित इलाक़ों में सहायता कार्रवाई जटिल हो गई है।
सरकार का अनुमान है कि भूकम्प से हुई तबाही के बाद मरम्मत व पुनर्निर्माण के लिये दो अरब डॉलर की रक़म की आवश्यकता होगी।
इसमें आधी से अधिक धनराशि के ज़रिये, निजी आवास फिर से बनाए जाने या लोगों के पुनर्वास के प्रयास किये जाएंगे।
40 करोड़ डॉलर शिक्षा मद में निर्धारित किये गए हैं, जबकि स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में चार करोड़ डॉलर और खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों में साढ़े पाँच करोड़ डॉलर की ज़रूरत होगी।
कृषि, वाणिज्य और उद्योग के अलावा, सहायता के लिये पर्यावरणीय कार्यक्रम भी लक्षित किये गए हैं।
हेती के प्रधानमंत्री एरियल हेनरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पुनर्निर्माण और पुनर्बहाली प्रयासों में सर्वजन को शामिल किया जाना होगा।
“दक्षिणी प्रायद्वीप पर सभी समुदाय, समान प्रकार से प्रभावित नहीं हुए हैं। कुछ देशों को अन्य की तुलना में ज़्यादा क्षति व हानि का सामना करना पड़ा है।”
“मगर, पुनर्बहाली योजनाओं में सभी क्षेत्रों को शामिल किया जाना होगा, जोकि प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से प्रभावित हुए हैं।”
अगस्त 2021 में आए भूकम्प की विभीषिका से पहले ही, हेती राजनैतिक व सुरक्षा संकटों का सामना कर रहा था।
देश लम्बे समय से मानवीय राहत व विकास सहायता पर निर्भर रहा है।
हेती की अर्थव्यवस्था बेहद विकट दौर से गुज़र रही है और वर्ष 2021 के अन्तिम दिनों में हथियारबन्द गुटों द्वारा पैट्रोल आपूर्ति में अवरोध खड़े किये जाने से हालात और ज़्यादा चुनौतीपूर्ण हो गए थे।
हेती में भूकम्प, बाढ़, सूखे और जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों की चपेट में आने का जोखिम निरन्तर बना हुआ है।
इससे पहले, जनवरी 2010 में आए विनाशकारी भूकम्प में दो लाख 20 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
राजधानी पोर्त-ओ-प्रान्स और आस-पास के इलाक़ों को सर्वाधिक प्रभावित करने वाली यह आपदा, हाल के समय में इस कैरीबियाई देश के इतिहास की सबसे विध्वसंकारी प्राकृतिक आपदा थी।
यूएन समर्थित सरकारी प्रयासों के ज़रिये, भूकम्प प्रभावित लोगों को आपात सहायता मुहैया कराई जा रही है।
यूएन उपप्रमुख आमिना मोहम्मद ने कहा कि, “हमें यह समझने की आवश्यकता है कि पुनर्निर्माण में पर्याप्त व सामयिक निवेश का अभाव, निर्बल आबादी को जीवित रहने के लिये नकारात्मक रणनीतियों की ओर धकेलेगा, जिनके पास आजीविका साधन बनाए रख पाने के ज़रिये नहीं होंगे।”
उन्होंने सचेत किया कि पोर्त-ओ-प्रान्स समेत अन्य इलाक़ों की ओर आन्तरिक प्रवासन में वृद्धि होने की सम्भावना है, जोकि पहले से ही गम्भीर सुरक्षा व आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और जहाँ हिंसा का स्तर अधिक है।
बताया गया है कि हेती के नागरिक अन्य देशों में अवसरों की तलाश कर रहे हैं और बाहरी प्रवासन में भी बढ़ोत्तरी होने की सम्भावना है।