रूस और यूक्रेन के बीच तनाव काफी बढ़ चुका है। दोनों देशों की सेना आमने-सामने हैं। कभी भी युद्ध की शुरुआत हो सकती है। अमेरिका समेत कई देश जंग को टालने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन रुस की सेना ने यूक्रेन की सीमा तीन ओर से घेर लिया है। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों का कहना है कि अब रूस ने 1 लाख 30 हजार रूसी सैनिकों का जमावड़ा यूक्रेन की सीमाओं पर कर दिया है।
अमेरिका की खुफिया एजेंसी का कहना है कि रूस ने यूक्रेन की घेराबंदी कर दी है। सीमा पर मिसाइल, तोप और टैंकों का जमावड़ा लगा हुआ है। इसके अलावा हमले की स्थिति में अपने सप्लाई चेन को भी दुरुस्त किया है। रूस ने काला सागर में 6 जंगी जहाजों को भी उतार दिया है। ये जहाज उभयचर कैटेगरी में आते हैं, यानी कि ये पानी के अलावा एक और माध्यम से भी हमला करने में सक्षम है। अमेरिका के राष्ट्रपित हाइडेन ये जनाकारी जुटाने में लगे हैं कि रूस कब हमला कर रहा है। लेकिन रूस काफी गोपनीय तरीके से तैयारियां कर रहा है।
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा है कि रूस बुधवार यानी कि 16 फरवरी को अपने टारगेट पर हमला कर सकता है। हालांकि यह जानकारी देने वाला अधिकारी अमेरिकी प्रशासन की ओर से मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं था। अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि ये खुफिया जानकारी कितनी स्पष्ट है। हालाकिं एक और रिपोर्ट के अनुसार रूस चीन में 20 फरवरी को विंटर ओलंपिक खत्म होने से पहले हमला कर सकता है।
इधर रूस की जंगी तैयारियां हैं तो अमेरिका भी यूक्रेन की रक्षा के लिए पूरी तैयारी कर रहा है। रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से 50 मिनट तक लंबी बातचीत की। व्हाइट हाउस के अनुसार जो बाइडेन ने यूक्रेन को भरोसा दिया है कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो अमेरिका अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर तेजी से और बहुत जोरदार जवाब देगा।
इधर जंग की डर से दुनिया भर की एयरलाइन कंपनियों ने यूक्रेन के लिए उड़ान बंद कर दी है। इसके अलावा अमेरिका, ब्रिटेन सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कह दिया है। कई देशों ने अपने दूतावासों से गैर-जरूरी स्टाफ को वापस बुलाना शुरू कर दिया है।