आखिरकार डेढ़ साल बाद राज्य महिला आयोग को अध्यक्ष मिल गया है। बुधवार को महिला आयोग के अध्यक्ष पद पर राकांपा की महिला प्रदेश अध्यक्ष रूपाली चाकणकर की नियुक्ति की गई है। चाकणकर आज अपना पदभार संभालेंगी। बता दें कि 4 फरवरी 2020 को तत्कालीन राज्य की महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से यह पद रिक्त पड़ा हुआ था। राज्य में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार की संख्या को देखते हुए भाजपा बार-बार राज्य की राज्य में महिला आयोग पद पर अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग कर रही थी। विपक्ष का आरोप था कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। महिला आयोग अध्यक्ष नहीं होने के कारण महिलाओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है। विपक्ष के इस मांग के बाद आखिर राज्य महिला आयोग अध्यक्ष पद की जवाबदारी राकांपा की महिला प्रदेश अध्यक्ष रुपाली चाकणकर को सरकार ने सौंप दी है।
विजया रहाटकर ने अपनी मर्जी से छोड़ा था पद
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद विजया रहाटकर ने राज्य महिला आयोग अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा था कि आयोग की अध्यक्षता राजनीतिक प्रकृति की नहीं है। यह अराजक भूमिका की नैतिक जीत है, इसलिए अब मैंने खुद इस पद छोड़ने का फैसला किया है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को महिला आयोग अध्यक्ष की नियुक्ति और हटाने के संबंध में आयोग अधिनियम के प्रावधानों के मुद्दे पर विचार करने के लिए कहा था। एक तरह से आयोग की अध्यक्षता राजनीतिक प्रकृति की नहीं है। सरकार को कानून के अनुसार निर्धारित प्रक्रिया से गुजरना होगा।