प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दो हफ्ते बाद उप-विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन तीन दिवसीय यात्रा पर भारत दौरे पर पहुंची। वेंडी शेरमेन और भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक की। दोनों के बीच अफगानिस्तान के हालात, क्वाड फ्रेमवर्क के तहत आपसी सहयोग सहित कई मुद्दों पर बातचीत हुई।
यूएसआईबीसी द्वारा आयोजित 'इंडिया आइडियाज समिट' को संबोधित करते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि अमेरिका के साथ भारत के संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं। ये सिर्फ दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि फ्री, खुला, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी है। भारत-अमेरिका के बीच अगले कुछ सप्ताह में रक्षा नीति, आर्थिक और वित्तीय भागीदारी, व्यापार नीति, आतंकवाद इन सभी मुद्दों पर द्विपक्षीय तौर पर बैठकें हो सकती है। ये PM मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन के विज़न को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
वहीं अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन ने कहा कि अफगानिस्तान में घटनाक्रमों के संबंध में अमेरिका और भारत के पास एक सोच और एक दृष्टिकोण है। कोई भी देश तालिबान को वैधता प्रदान करने या मान्यता देने की जल्दी में नहीं है। अफगानिस्तान पर भारत की आशंकाओं पर शेरमेन ने कहा कि भारत की सुरक्षा चिंताएं ‘‘प्रथम और सबसे महत्वपूर्ण ’’ और अमेरिका के लिए ‘‘समक्ष और केंद्र’’ में होंगी। अमेरिका अफगानिस्तान से पनपने वाले आतंकवाद के प्रसार को लेकर भारत की चिंताओं की सराहना करता है। तालिबान सिर्फ बातें नहीं करे, उचित कार्य करे। अफगानिस्तान के लिए ओवर-द-हॉरिजन’’ क्षमता की खातिर अमेरिका मजबूत कार्यक्रम तैयार कर रहा। शेरमेन ने कहा कि भारत एवं अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के संबंध में जल्द ही बातचीत करेंगे।