न फोन का जवाब, न मैसेज का! CPI नेताओं को इंतजार कराते रहे कन्हैया कुमार- रिपोर्ट

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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के नेता और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों के बीच वामपंथी नेताओं की बैचेनी बढ़ती नजर आ रही है.

खबर है कि इन कयासों का खंडन करने के लिए पार्टी नेताओं की तरफ से आयोजित प्रेस वार्ता में कुमार अन्य नेताओं को इंतजार कराते रहे. इतना ही नहीं उन्होंने साथियों के फोन-मैसेज का भी जवाब नहीं दिया. खबरें आ रही थीं कि कुमार और गुजरात में जिग्नेश मेवाणी मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.

हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में भाकपा नेताओं ने बताया कि पिछले सोमवार को पार्टी के महासचिव डी राजा ने कुमार को अटकलों को खत्म करने को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए कहा था. इसके तहत पिछले मंगलवार को राजधानी दिल्ली स्थित अजय भवन में वार्ता भी आयोजित की गई, लेकिन वे साथियों को इंतजार कराते रहे. रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘कुमार से फोन और मैसेज का कोई जवाब नहीं मिला.’

 

एक अन्य नेता ने कहा, ‘अब तक उन्होंने अपने संबंध में लग रहे कयासों पर सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया नही दी है और न ही इनकार किया है.’ हालांकि, कुमार के कांग्रेस का दामन थामने की खबरें लंबे समय से आ रही हैं. कहा जा रहा था कि सीपीआई नेता ने इसके संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कई बार मुलाकात की थी. साथ ही कयास यह भी लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस JNU के पूर्व छात्र नेता को राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका भी दे सकती है.

शनिवार को गुजरात विधायक और दलित नेता मेवाणी ने मीडिया को बताया था कि वो और कुमार 28 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होंगे. मेवाणी के हवाले से कहा गया था, ’28 सितंबर को मैं, कन्हैया कुमार के साथ इंडियन नेशनल कांग्रेस में शामिल होऊंगा.’ रिपोर्ट के मुताबिक, कहा जा रहा है कि कुमार अपनी मौजूदा पार्टी से खुश नहीं हैं. वो बड़ी भूमिका निभाना चाहते हैं.

 

रविवार को भाकपा मुख्यालय में एक बैठक हुई थी. कहा जा रहा है कि पार्टी के बिहार के नेताओं ने कुमार को रुकने के लिए मनाने के लिए मुलाकात की थी. एचटी के अनुसार, एक सीपीआई नेता ने कहा, ‘चर्चा के दौरान कुमार ने उन लोगों को बताया कि उन्हें पार्टी का प्रदेश प्रमुख और पार्टी की शीर्ष चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए.’

 

फिलहाल, 2 अक्टूबर को पार्टी की एक नेशनल काउंसिल मीटिंग होनी है. उम्मीद की जा रही है कि इस दौरान कुमार का मुद्दा भी उठाया जा सकता है. पूर्व छात्र नेता ने लोकसभा चुनाव में बेगूसराय सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के गिरिराज सिंह के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.

प्रकाशित तारीख : 2021-09-28 11:33:00

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