आकार में छोटे और स्वाद में खट्टे रेड लव प्रजाति के सेब ने बाजार में बड़ी छलांग लगाई है। सेब 500 रुपये किलो बिका है। यह इस प्रजाति के रिकॉर्ड दाम बताए जा रहे हैं। शिमला जिले के रोहड़ू के स्वीट आर्चर्ड बराल के रेड लव सेब की आधा किलो की पैकिंग को सोलन के कारोबारी ने 250 रुपये में खरीदा। प्रयोग के तौर पर पहली बार बागवान ने सेब की आधा किलो की पैकिंग को बाजार में उतारा। आकार में छोटा और स्वाद में खट्टा होने के बावजूद स्वास्थ्य वर्धक होने के चलते इसे रिकॉर्ड रेट मिला। सोलन के खरीदार ने बागवान को आधे किलो की पैकिंग के लिए ट्रे वाले बॉक्स उपलब्ध करवाने का भी प्रस्ताव दिया है। विदेशों में सभी फल आधे किलो की पैकिंग में बिकते हैं।
हिमालयन सोसायटी फॉर हॉर्टिकल्चर एंड एग्रीकल्चर डेवलेपमेंट हिमाचल के अध्यक्ष डिंपल पांजटा ने बताया कि जूस और रेड वाइन बनाने के लिए रेड लव सेब की मार्केट में भारी डिमांड है। सोलन के खरीदार ने 500 रुपये किलो के हिसाब से सेब को खरीदा है। इस किस्म को प्रसारित करने और मार्केट उपलब्ध करवाने में सरकार से सहयोग की अपेक्षा है। उनकी संस्था निजी तौर पर भी सरकार से इसका आग्रह करेगी। पांजटा का कहना है कि वह बागवानों को रेड लव की कलमें निशुल्क उपलब्ध करवाएंगे।
स्विट्जरलैंड की वैरायटी है रेड लव
रेड लव सेब स्विट्जरलैंड की वैरायटी है। इसके पौधे की टहनियां, पत्ते और फूल लाल रंग के होते हैं। इसका आकार छोटा होता है और खाने में यह खट्टा होता है। विदेशों में रेड वाइन बनाने के लिए भी इसका प्रयोग होता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण के चलते बेहद स्वास्थ्य वर्धक
रेड लव सेब में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होती है। यह बेहद स्वास्थ्य वर्धक है। खासतौर पर मधुमेह के मरीजों के लिए यह रामबाण है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम सेब की यह एकमात्र ऐसी किस्म है। जिसका जूस लाल रंग का होता है।
चंडीगढ़, दिल्ली और मुंबई में भारी मांग
सलोगड़ा सोलन की हनी एप्पल फर्म के संचालक हनीफ अहमद ने बताया कि वह ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये देश भर में लोगों को सेब उपलब्ध करवाते हैं। चंडीगढ़, दिल्ली और मुंबई से रेड लव सेब की डिमांड आ रही है। पिछले साल के मुकाबले इस साल डिमांड बढ़ी है। रोहड़ूू के बागवान का सेब 500 रुपये प्रति किलो के रेट पर खरीदा है। स्वास्थ्य वर्धक होने के कारण लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं।