बुधवार से तीन दिवसीय बाढ़ प्रभावित दौरे की शुरुआत करने वाले विपक्ष नेता देवेंद्र फड़नवीस ने गुरुवार को सांगली जिले का दौरा किया। बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना उसके बाद उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया। फड़नवीस ने कहा कि पीड़ितों की हर समस्याओं को निश्चित रूप से गंभीरता से लिया जाएगा। फड़नवीस ने सांगली जिले के वलवा गांव से दौरे की शुरुआत करते हुए अन्य स्थानों का दौरा किया। गांव वालों ने फड़नवीस को बताया कि पानी के कारण घर का सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया है। फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है।
स्थानीय लोगों ने 70 एकड़ जमीन पर उनके पुनर्वसन की मांग की। जिसके जवाब में विपक्ष नेता ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी सभी मांगें राज्य सरकार को सौंपी जाएंगी। साल 2019 में आई बाढ़ में तत्कालीन राज्य सरकार ने बाढ़ पीड़ितों की तत्काल मदद की थी। जिसमें उन्हें नया घर, दैनिक इस्तेमाल होने वाले वस्तुओं के साथ अन्य राहत सामग्री प्रदान किया गया था। जिन लोगों के पास घर नहीं था उन्हें सरकार ने किराया मुहैया कराया था। दुर्भाग्य से दो साल बाद वही संकट फिर से आया है लेकिन राज्य सरकार द्वारा तत्काल कोई मदद की घोषणा नहीं की गई है। फड़नवीस ने कहा कि एनडीआरएफ के नियमों के मुताबिक केंद्र सरकार से हमेशा पैसा मिलता है।
लेकिन राज्य सरकार को मानदंड से परे जाकर तत्काल सहायता प्रदान करनी होगी। हमने तय किया है कि अगर पंचनामा नहीं हुआ था तो मोबाइल से ली गई तस्वीर को सबूत माना जाए, हम मांग करते है कि अब वही फैसला लिया जाए। हम राज्य सरकार से मदद लेने की पूरी कोशिश करेंगे। हम यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार से बात करेंगे कि इस नुकसान से सभी पक्षों को मदद मिले। ऐसे कई उपाय हैं जिन्हें करने की आवश्यकता है, जैसे कि पुल की ऊंचाई बढ़ाना, ताकि भविष्य में समस्या उत्पन्न न हो। इसके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से चर्चा किया जाएगा। कुछ महीने पहले हुई पूर्व विधायक बिजलीमल्ल मल्ला संभाजी पवार के निधन के बाद उनके घर जाकर फड़नवीस ने परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। देवेंद्र फड़नवीस के साथ विधानपरिषद में विपक्ष नेता प्रवीण दरेकर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, स्थानीय सांसद संजय काका पाटिल, पूर्व राज्य मंत्री और विधायक सदाभाऊ खोत सहित भाजपा के अन्य नेता मौजूद थे।