भारत में पिछले सप्ताह सामने आये कोविड-19 के आधे से अधिक मामले महाराष्ट्र (21 प्रतिशत) और केरल (32 प्रतिशत) के हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कहा है कि महामारी अभी जल्द समाप्त नहीं होने वाली, इसलिए आत्मसंतोष की कोई गुंजाइश नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘देश अभी महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है और हमें आत्मनिरीक्षण करना होगा कि क्या हम इस भ्रामक धारणा को तो नहीं मान बैठे कि कोविड-19 समाप्त हो गया है।’ सरकार ने कहा कि पर्यटन स्थलों से आने वाली तस्वीरें और बिना कोविड प्रोटोकॉल के भीड़ के दृश्य चिंता की गंभीर वजह हैं और ऐसी लापरवाही से वायरस का खतरा बढ़ेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने रूस और ब्रिटेन समेत कुछ देशों में संक्रमण के मामलों में हाल में हुए इजाफे का जिक्र करके सचेत भी किया। मास्क और एक-दूसरे से निश्चित दूरी रखने जैसे प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की जरूरत भी उन्होंने बताई।
अग्रवाल ने कहा कि भारत में कोविड के नये मामलों में से 80 प्रतिशत 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 90 जिलों से सामने आये हैं। 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 66 जिलों में कोविड-19 की संक्रमण दर 8 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 10 प्रतिशत से अधिक थी।
देश में कोविड-19 के 43,393 नये मामले
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 43,393 नए मामले सामने आए हैं। संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,07,52,950 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में 911 और लोगों की कोरोना से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,05,939 हो गई। अभी 4,58,727 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में कुल 1977 की कमी आई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.19 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, अभी तक कुल 42,70,16,605 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 17,90,708 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई।
36.89 करोड़ टीके लगे
मंत्रालय ने बताया कि भारत में कोविड-19 रोधी 36.89 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। उसने बताया कि 11.18 करोड़ से अधिक टीके 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को लगे हैं। 40 लाख से अधिक टीके पिछले 24 घंटों में लगाए गए। टीकाकरण अभियान के 174वें दिन कुल 40,23,173 टीके लगाए गए। 27,01,200 ने पहली और 13,21,973 ने दूसरी खुराक ली।
भारत में नहीं लैम्बडा स्वरूप का केस
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि भारत में अब तक सार्स-सीओवी-2 के लैम्बडा स्वरूप का कोई मामला सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) स्वरूप पर करीबी नजर रख रहा है। ‘14 जून को डब्ल्यूएचओ द्वारा पहचाना गया लैम्बडा वायरस का 7वां संस्करण था और 25 देशों में इसका पता चला है।' अग्रवाल ने कहा, ‘आईएनएसएसीओजी इस पर नजर रख रहा है और हम सतर्क हैं।’ नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा. वी के पॉल ने कहा कि लैम्बडा स्वरूप पर ध्यान देने की जरूरत है और इसलिए इसका पता लगाया जा रहा है।