कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच केंद्र सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। देश में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हाईलेवल मीटिंग की और 1,500 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने का आदेश दिया। इन प्लांट्स को देश भर के अलग-अलग हिस्सों में स्थापित किया जाएगा। पीएम मोदी ने इस मीटिंग में अधिकारियों से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि ये जल्दी से जल्दी काम करना सुनिश्चित कर दें। इसके साथ ही मीटिंग में पीएम मोदी ने हॉस्पिटल स्टाफ को ऑक्सीजन प्लांट के संचालन और रखरखाव के लिए जरूरी ट्रेनिंग दिए जाने पर भी जोर दिया।
इन ऑक्सीजन प्लांट्स की फंडिंग पीएम केयर्स फंड से की जाएगी। इससे देश में 4 लाख ऑक्सीजन बेड तैयार करने में मदद मिलेगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस अहम मीटिंग में कहा कि हर जिले में ऐसे कुछ लोग होने चाहिए, जिन्हें ऑक्सीजन प्लांट्स के संचालन और रखरखाव के लिहाज से ट्रेनिंग दी जाए। भारत में मार्च से लेकर मई तक चली कोरोना की दूसरी लहर में बड़े पैमाने पर कोरोना के केस मिले थे। यही नहीं पहली लहर के मुकाबले इस बार ऑक्सीजन की कमी के मामले बहुत ज्यादा देखने को मिले थे। वहीं मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु समेत देश के तमाम शहरों में मेडिकल ऑक्सीजन, वेंटिलेटर बेड्स आदि तक की कमी पड़ गई थी।
कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म भी नहीं हुई है लेकिन मसूरी, शिमला जैसे हिल स्टेशनों के मंजर डराने वाले हैं। सैलानी कोरोना से बचाव के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। न मास्क है, न सोशल डिस्टेंसिंग...ऐसे लग रहा जैसे कोरोना है ही नहीं। मसूरी के केम्प्टी फॉल्स के ऐसे ही एक वायरल वीडियो का हवाला देकर कहा गया है कि यह कोरोना को खुली दावत है।
गर्भवती महिलाओं के लिए खतरा
नीति आयोग के वीके पॉल ने कहा कि गर्भवती महिलाओं में कोविड की गंभीरता बढ़ जाती है, इसलिए जरूरी है कि हम गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगवाएं। अगर गर्भवती महिलाओं को कोरोना होता है तो समय से पहले डिलीवरी होने का खतरा बढ़ जाता है।
कई देशों में नई लहर
लव अग्रवाल ने कई दूसरे देशों का उदाहरण देकर यह समझाया कि किस तरह तनिक सी लापरवाही बहुत महंगी पड़ सकती है। रूस और ब्रिटेन जैसे देश अपनी करीब 2 तिहाई आबादी को वैक्सीनेट कर चुके हैं, फिर भी वहां कोरोना की नई लहर देखने को मिल रही है।
उन्होंने ब्रिटेन का उदाहरण दिया। ब्रिटेन में यूरो-कप के मैचों के दौरान संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। वहां दूसरी लहर के पीक में जहां औसतन 59 हजार नए केस आते थे अब पिछले कुछ समय से केस फिर बढ़ रहे हैं और औसतन 27 हजार केस आ रहे हैं।
ब्रिटेन के बाद अब रूस भी तीसरी लहर का सामना कर रहा है। बांग्लादेश में थर्ड पीक में सेकंड पीक से भी ज्यादा केस आ रहे हैं। पिछले पीक में जहां औसतन 7 हजार केस सामने आ रहे थे, अब 9 हजार के करीब आ रहे हैं। इस वजह से वहां राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाना पड़ा।
केरल में जीका वायरस के 14 मामले
केरल में जीका वायरस के 14 मामले सामने आए हैं। राज्य सरकार की ओर से दी गई जानकारी में इस बात की पुष्टि की गई है। इसके साथ ही प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री ने भी यह माना है कि पाबंदियां हटने से भी राज्य में कोरोना के मामलों की बढ़ोतरी हुई है।