बना है आधा अधूरा, बता दिया पूरा
चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश
यूपी में विधानसभा चुनाव करीब आने से योगी सरकार की हड़बड़ाहट साफ नजर आने लगी है। इसी हड़बड़ाहट में योगीराज यूपी की जनता को रिझाने के लिए कागजी चमत्कार कर रही है।
ताजा प्रकरण है प्रदेश के ९ नवनिर्मित मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण का। सरकार ने इसी महीने पीएम मोदी के हाथों इनके लोकार्पण का एलान भी कर डाला है। हालांकि इन ९ कॉलेजों में से जौनपुर व गाजीपुर जिले में राजकीय मेडिकल कॉलेजों का भवन अभी तक निर्माणाधीन ही है।
सिर्प भवनों का ढांचा ही खड़ा किया गया है जबकि मूलभूत मेडिकल सुविधाओं के काम अभी बाकी है। इसके बावजूद शासन-सत्ता ने दोनों ही मेडिकल कॉलेजों का न सिर्प लोकार्पण, बल्कि स्थानीय जिला अस्पतालों की बैसाखी पर धरातल पर न सही, ‘कागज’ पर ही चालू कराने की कवायद शुरू कर दी है। वर्तमान में जनता को इसका लाभ भले ही न मिले लेकिन चुनावी वैतरणी को पार करने की कोशिश योगी सरकार ने जरूर की है।
सिर्फ दावे, कार्य हर जगह अधूरे
यूपी सरकार का दावा है कि इतिहास में पहली बार पीएम एक साथ ९ नए मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करने जा रहे हैं। लेकिन हकीकत तो ये है कि जौनपुर और गाजीपुर की तरह अन्य सात जिलों देवरिया, एटा, फतेहपुर, हरदोई, मिर्जापुर, प्रतापगढ़ व सिद्धार्थनगर में भी तैयारी अधूरी है।
हालांकि सिद्धार्थनगर राजकीय स्वशासी मेडिकल कॉलेज के नवनियुक्त प्रिंसिपल डॉ. सलिल कुमार श्रीवास्तव ने ‘दोपहर का सामना’ से हुई बातचीत में दावा किया कि बस ३-४ प्रतिशत काम रह गया है, वो भी पूरा हो जाएगा लोकार्पण तक। वहीं प्रतापगढ़ में अभी ३५ फीसद बिल्डिंग नहीं बन पाई है। सामना हिंदी