महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को सभी जिलों का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट और ऑक्सीजन बेड ऑक्यूपेंसी का डेटा रिलीज किया है। इस डेटा के अनुसार मुंबई और उपनगर जिले की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 4.40 प्रतिशत और ऑक्सीजन बेड की ऑक्सूपेंसी 27.12 फीसदी है। साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट के 5 फीसदी से कम होने की वजह से मुंबई के लेवल 2 में आने से पाबंदियों में ढील मिल सकती है। आम लोगों को लोकल ट्रेन से यात्रा की अनुमति भी मिलने की संभावना है। फिलहाल मुंबई लेवल 3 में है। सरकारी नियमों के अनुसार अपग्रेड होकर मुंबई के लेवल 2 में आने पर शहर में जरूरी और गैर जरूरी दुकानों को नियमित समय के मुताबिक खोलने की इजाजत होगी। मॉल, थिएटर, मल्टीप्लेक्स, सभागार और रेस्तरां 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कार्य करेंगे। लोकल ट्रेनों में सीमित लोगों को प्रवेश मिल सकेगा।राहत एवं पुनर्वास विभाग ने एक नए आदेश में कहा कि पॉजिटिविटी रेट और ऑक्सीजन बेड के मापदंडों के अनुसार 14 जून से राज्यों के जिलों में स्थानीय आपदा प्रशासन प्राधिकरण और जिला प्रशासन प्रतिबंधों का लेवल तय करेगा। लेवल बढ़ने पर प्रतिबंध कड़े होंगे, जबकि लेवल घटने पर प्रतिबंधों में छूट मिल सकती है। दस जून तक राज्य भर में 20,697 ऑक्सीजन बेड इस्तेमाल हो रहे थे। राज्य का साप्ताहिक संक्रमण दर 5.81 प्रतिशत है, वहीं राज्य में इस्तेमाल हो रहे ऑक्सीतन बेड का प्रतिशत 16.94 है। नए नियमों के तहत स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक गुरुवार को संक्रमण दर और प्रत्येक जिले के लिए रखे गए ऑक्सीजन बेड के प्रतिशत के बारे में जानकारी देगा।
राज्य स्तर पर बार-बार होने वाले लॉकडाउन और अनलॉक को रोकने के लिए ठाकरे सरकार ने पांच स्तरीय फॉर्मूला तैयार किया है। साप्ताहिक संक्रमण दर और ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता के आधार पर पाबंदियों को बढ़ाने या कम करने के लिए पांच लेवल बनाए गए हैं।