उद्धव ठाकरे सरकार ने नियमित रूप से फसल कर्ज चुकाने वाले किसानों को राहत दी है। अब तीन लाख रुपए तक शून्य फीसदी ब्याज दर वसूला जाएगा। एक से तीन लाख के कर्ज की सीमा तक नियत समय पर कर्ज चुकाने वाले किसानों को एक फीसदी ब्याज दर की सहूलियत को और दो फीसदी बढ़ाने का फैसला गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में लिया गया। उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने बजट सत्र के दौरान तीन लाख रुपए तक के फसल कर्ज पर शून्य फीसदी ब्याज लेने की घोषणा की थी।
इस फैसले की वजह से राज्य सरकार से मिलने वाली तीन फीसदी ब्याज दर की रियायत और केंद्र से मिलने वाली तीन फीसदी रियायत का एकत्रित फायदा किसानों को होगा और किसानों को शून्य ब्याज दर पर फसल कर्ज उपलब्ध होगा।
डॉ. पंजाबराव देशमुख ब्याज रियायत योजना में निर्धारित समय के भीतर अल्पावधि फसल कर्ज चुकाने वाले किसानों को प्रोत्साहन के रूप में ब्याज में रियायत दी जाती है। योजना के तहत निर्धारित समय के भीतर अल्पकालीन फसल कर्ज चुकाने वाले किसानों को 1 लाख रुपए की कर्ज सीमा तक 3 प्रतिशत ब्याज रियायत तथा 1 से 3 लाख की कर्ज सीमा तक 1 प्रतिशत की रियायत मिलती है। अब 1 से 3 लाख तक कर्ज सीमा में किसानों को अल्पावधि कर्ज चुकाने पर ब्याज दर में 2 फीसदी छूट देने का निर्णय लिया गया।