भारत इस समय कोरोना महामारी के दूसरे दौर से जूझ रहा है। इस दौरान देशभर से डराने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के कोटा शहर से सामने आया है। यहां एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग दंपत्ति ने कथित तौर पर इसलिए आत्महत्या कर ली, ताकि वे अपने पोते को संक्रमण से बचा सकें।
इस मामले में मीडिया को जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया है कि हीरालाल बैरवा (75 वर्ष) और उनकी पत्नी शांतिबाई (70 वर्ष) अपने 18 साल के पोते और बहू के साथ शहर के पुरोहित जी की टपरी इलाके में रहते थे। उनके बेटे की मौत आठ साल पहले ही हो चुकी है।
पुलिस की मानें तो बुजुर्ग दंपत्ति 29 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे और तभी से दोनों घर में ही क्वारंटीन थे। लेकिन कथित तौर पर उन्हें हमेशा इस बात का डर लगा रहता था कि उनकी वजह से कहीं उनके इकलौते पोते और बहु को भी कोरोना महामारी अपनी चपेट में ना ले ले।
इसी फिक्र में दोनों ने रविवार सुबह चंबल ओवरब्रिज के पास रेलवे लाइन पर दिल्ली-मुंबई अप ट्रैक पर ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। पुलिस के मुताबिक मौके ये कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 (अप्राकृतिक मौत) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और शवों को कोविड 19 प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार के लिए दे दिया गया है।