बढ़ सकती हैं परमबीर की मुश्किलें

मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह पर एक पुलिस निरीक्षक स्तर के अधिकारी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जिसके आधार पर महाराष्ट्र पुलिस ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि यह प्राथमिकी सिंह, डीसीपी पराग मनेरे समेत 33 अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ विदर्भ के अकोला में दर्ज की गई है। अकोला की शहर कोतवाली पुलिस ने आपराधिक षड्यंत्र,साक्ष्यों को नष्ट करने संबंधी विभिन्न धाराओं तथा अनूसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम) 1989 की धाराओं के तहत पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

थाने में हुई जीरो एफआईआर

अधिकारी ने बताया कि अकोला पुलिस ने कोतवाली थाने में जीरो एफआईआर (अपराध चाहे जिस इलाके में हुआ हो लेकिन प्राथमिकी किसी भी पुलिस थाने में दर्ज करने का माध्यम) दर्ज की है और इसे ठाणे शहर की पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है.

पुलिस निरीक्षक भीमराव घड़गे ने अपनी शिकायत में सिंह और अन्य अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए हैं. ये सभी आरोप उस वक्त के हैं जब मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त ठाणे पुलिस में तैनात थे. 2015 से 2018 के दौरान ठाणे पुलिस कमिश्नरी में तैनात रहे घड़गे ने आरोप लगाया है कि उनके कार्यकाल के दौरान सिंह के नेतृत्व में काम करने वाले कई अधिकारी भ्रष्टाचार के कृत्यों में लिप्त रहे.

उन्होंने यह भी दावा किया कि सिंह ने कुछ लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र नहीं दाखिल करने को भी कहा था जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज थी. अब अकोला पुलिस नियंत्रण कक्ष में तैनात घड़गे ने यह भी आरोप लगाया है कि सिंह के निर्देशों को मानने से इनकार करने के बाद उनके खिलाफ पांच प्राथमिकियां दर्ज की गईं और उन्हें निलंबित कर दिया गया।

हाईकोर्ट के शरण में सिंह

मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने बंबई उच्च न्यायालय में बृहस्पतिवार को एक याचिका दायर कर महाराष्ट्र सरकार द्वारा उनके खिलाफ शुरू की गई दो प्रारंभिक जांच को चुनौती दी है। सिंह ने अपनी याचिका में दावा किया कि उन्हें राज्य के पूर्व गृह मंत्री और राकांपा नेता अनिल देशमुख के कथित “भ्रष्ट आचरण” को उजागर करने की वजह से निशाना बना कर प्रताड़ित किया जा रहा है। सिंह ने याचिका में यह भी दावा किया कि राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजय पांडे से उन्होंने 19 अप्रैल को मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने देशमुख के खिलाफ राज्य सरकार को भेजे गए पत्र को वापस लेने की “सलाह दी”। सिंह को मार्च में मुंबई के पुलिस आयुक्त के पद से स्थानांतरित कर होम गार्ड्स विभाग में भेज दिया गया था। सिंह ने सरकार को भेजे पत्र में देशमुख पर भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। उन्होंने पिछले महीने देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग को लेकर उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका भी दायर की थी।

 

प्रकाशित तारीख : 2021-04-30 06:02:00

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