ऑक्सीजन के रिसाव के कारण नाशिक में 22 मरीजों की हुई मौत की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है. मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि राज्य की पूरी स्वास्थ्य प्रणाली जैसे कि डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, मरीजों की जान बचाने के लिए कोरोना संकट से जूझ रहे हैं। पवार ने कहा की पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी। इसके साथ उप मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुरक्षित और सुचारू रूप से जारी करने के लिए संबंधित एजेंसियों और अधिकारियों को निर्देश दिया है।
पवार ने कहा कि ऐसी दुर्घटनाएं दोबारा न हो इसके लिए तैयारी की जाए। इस दौरान उप मुख्यमंत्री पवार ने नाशिक मनपा आयुक्त, जिले के जिलाधिकारी से बात कर हालात का जायजा लिया।
मृतकों के नाम
अमरदीप नगराले, भारती निकम, श्रावण रा. पाटील, मोहना दे. खैरनार, मंशी सु. शहा, पंढरीनाथ दे. नेरकर, सुनील झालके, सलमा शेख, प्रमोद वालुकर, आशा शर्मा, भैय्या सय्य्द, प्रविण महाले, सुगंधाबाई थोरात, हरणाबाई त्रिभुवन, रजनी काले, गिता वाघचौरे, बापुसाहेब घोटेकर, वत्सलाबाई सुर्यवंशी, नारायण इरनक, संदिप लोखंडे, बुधा गोतरणे तथा वैशाली राऊत।
प्रभावित परिजनों की पूरी मदद करे सरकार: देवेंद्र फड़नवीस
अस्पताल में हुई दुर्घटना पर मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए नेता विपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि इस खबर ने बहुत परेशान कर दिया है। मरीजों को सहायता और घायलों के उपचार को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। मामले की जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी, लेकिन भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।
अस्पताल में हुई दुर्घटना की हो उच्च स्तरीय जांच : चंद्रकांत पाटिल
नाशिक मनपा अस्पताल में हुई गैस रिसाव की दुर्घटना में पर शोक प्रकट करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि हादसे की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। ऐसी दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को तत्काल सहायता प्रदान की जाए। उन्होंने महाराष्ट्र के सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य के साथ सुरक्षा और व्यवस्था के भी पुख्ता प्रबंध किए जाने की मांग की है।