नेपाल के अंतिम राजा ज्ञानेंद्र बीर विक्रम शाह रविवार को पहली बार कुंभनगरी हरिद्वार पहुंचे जहां वह सोमवती अमावस्या पर संतों के साथ शाही स्नान करेंगे ।
यहां पहुंचने के बाद वह दक्षिण काली मंदिर में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज से आशीर्वाद लिया और मंदिर में पूजा-अर्चना की । राजा ज्ञानेंद्र अखाड़े के साधु-संतों से भी मिले और उनका आशीर्वाद लिया।
नेपाल के पूर्व राजा सोमवार को निरंजनी अखाड़े के शाही जुलूस में शामिल होकर हर की पैडी पर गंगा स्नान करेंगे,।यह पहला मौका है कि किसी देश का पूर्व राजा संतों के साथ महाकुंभ मेले में शाही स्नान करेगा ।
कुंभ के मौके पर हरिद्वार पहुंचे राजा ज्ञानेंद्र ने अपने आप का सौभाग्यशाली बताया । यात्रा से अभिभूत नेपाल के पूर्व नरेश ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि संतों के दर्शन के साथ—साथ वह सोमवार को शाही स्नान भी करेंगे ।
स्वामी कैलाशानंद कहा कि राजा ज्ञानेंद्र नेपाल के पूर्व राजा हैं जो नारायण (भगवान) के अवतार हैं। उन्होंने कहा कि मां भगवती काली की पूजा अर्चना करने के साथ— साथ राजा ज्ञानेंद्र ने संतों का भी आशीर्वाद प्राप्त किया है।