महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख जयजीत सिंह ने दावा किया है कि पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वझे मनसुख हिरेन हत्या मामले में संलिप्त थे। मंगलवार को उन्होंने कहा कि वह एनआईए से वझे की हिरासत लेने के लिए अदालत का रुख करेंगे। बता दें कि मनसुख हिरेन हत्या मामले में वझे को एनआईए ने हिरासत में ले लिया था, जिसके बाद उन्हें पद से निलंबित कर दिया गया था। वहीं इस बीच महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) ने इसी मामले के सिलसिले में दमन से एक महंगी कार जब्त की है।
एटीएस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र के पंजीकरण नंबर वाली एक वॉल्वो कार सोमवार को जब्त की गई, जिसके मालिक का अभी पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि जब्त की गई कार को ठाणे स्थित एटीएस कार्यालय में रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि मुंबई के फॉरेंसिक अधिकारी कार की जांच कर रहे हैं। इससे पहले, इस हत्याकांड के संबंध में शनिवार रात दो व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के बाद एटीएस ने गुजरात से एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। इस व्यक्ति ने कथित तौर पर आरोपियों को सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे। अधिकारियों ने बताया था कि उन्होंने इस व्यक्ति के पास से कई सिम कार्ड बरामद किए हैं। एटीएस ने मामले के संबंध में, निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिंदे और क्रिकेट मैच के सटोरिये नरेश गौड़ को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास 25 फरवरी को एक संदिग्ध वाहन पाया गया था। इस वाहन से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुई थीं। यह वाहन ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन का था, जो कथित तौर पर चोरी हो गया था। इसके बाद, पांच मार्च को मनसुख का शव मुंब्रा के पास मिला था।
दमन से एक कार जब्त की
एटीएस ने मनसुख हिरेन हत्या मामले के सिलसिले में दमन से एक महंगी कार जब्त की है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के पंजीकरण नंबर वाली एक वॉल्वो कार सोमवार को जब्त की गई, जिसके मालिक का अभी पता नहीं चला पाया है। उन्होंने बताया कि जब्त की गई कार को ठाणे स्थित एटीएस कार्यालय में रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि मुंबई के फॉरेंसिक अधिकारी कार की जांच कर रहे हैं। इससे पहले, इस हत्याकांड के संबंध में शनिवार रात दो व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के बाद एटीएस ने गुजरात से एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। इस व्यक्ति ने कथित तौर पर आरोपियों को सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे।