मुंबई सहित राज्य में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। मुंबई में पिछले सात दिनों में सील होने वाली इमारतों में 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यानी कोरोना संक्रमण की वजह से इमारतें धड़ाधड़ सील होती जा रही हैं। मुंबई महानगरपालिका (BMC) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 9 मार्च तक कुल 229 इमारतें और 2762 मंजिलों को सील किया जा चुका है। 2 मार्च के आंकड़ों से इसकी तुलना करें तो यह 23 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोत्तरी है. 2 मार्च को मुंबई में 185 इमारतें और 2237 मंजिलों को सील किया गया था।
इन इमारतों और मंजिलों में करीब 6 लाख लोग रह रहे
एक इमारत में अगर पांच से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं तो मुंबई महानगरपालिका पूरी इमारत को सील कर देती है। शहर में इस समय सील की गई मंजिलों में रहने वाले लोगों की संख्या 4.5 लाख है। इसी तरह सील की गई इमारतों में रहने वाले लोगों की संख्या 1.4 लाख है।
कहां कितनी इमारतें सील हुईं हैं?
महापालिका द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार अंधेरी और विलेपार्ले पश्चिम और जुहू इलाके में सबसे ज्यादा इमारतें और मंजिलें सील की गई हैं। ये इलाके BMC के-पश्चिम विभाग में आते हैं। इन इलाकों में 34 इमारतें और 518 मंजिलें सील की गई हैं। इसी तरह आर-दक्षिण विभाग में स्थित कांदिवली और चारकोप इलाके में कुल 30 इमारतें सील की गई हैं। एस-वॉर्ड में स्थित भांडूप, विक्रोली और पवई में 28 इमारतें सील की गई हैं।
मुंबई में लॉकडाउन के संकेत
मुंबई में बढ़ते कोरोना संकट को देखते हुए मेयर किशोरी पेडणेकर ने आंशिक लॉकडाउन के संकेत दिए हैं। मुंबई में कोरोना रिटर्न्स का एक बड़ा कारण आम यात्रियों के लिए फिर से शुरू किए गए लोकल ट्रेनों को माना जा रहा है। इसलिए अगर कोरोना की बढ़ती हुई रफ्तार पर रोक नहीं लग सकी तो लोकल ट्रेनें एक बार फिर बंद की जा सकती हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी एक-दो दिनों तक राज्य की परिस्थतियों का आकलन करने के बाद अहम फैसले लेने की बात कही है। फिलहाल तो लॉकडाउन के अलावा कोरोना नियंत्रण का कोई और तरीका चल नहीं पा रहा है।