वित्ती मंत्री अजीत पवार ने सोमवार को राज्य का दूसरा बजट पेश किया। बजट पेश होने के बाद से ही राजनीतिक क्षेत्र से बजट पर प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। भाजपा के नेताओं ने बजट काे जनविरोधी कहते हुए नकार दिया, जबकि कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की तरफ से इसकी जमकर तारीफ की गई।
बजट से सुधरेगी राज्य की आर्थिक स्थिति:मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस बजट से राज्य में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। आम जनता को बुनियादी सुविधाओं के साथ उद्योग के क्षेत्र निवेश बढ़ेंगे। कोरोना के कारण राज्य की आय में आठ प्रतिशत की आई गिरावट के बावजूद स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने करने का प्रावधान इस बजट में किया गया है।
राज्य का नहीं, बल्कि मुंबई मनपा का चुनावी बजट: फड़नवीस
राज्य सरकार बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विधानसभा में विपक्ष नेता देवेंद्र फड़नवीस ने इसे राज्य का नहीं, बल्कि मुंबई मनपा का बजट बताया। राज्य के विशेष भाग को बजट में शामिल किया गया है। इसके कारण लोगो में निराशा है। बजट से सामान्य किसानों को कुछ नहीं मिला। यह किसानों को फ़साने वाली घोषणा है।
बजट से राज्य का शुरू होगा विकास : पटोले
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कोरोना के मद्देनजर राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने, कृषि और बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं के माध्यम से रोजगार को बढ़ावा देने और महाराष्ट्र को वापस विकास के पथ पर ले जाने वाला बजट है। कोरोना काल में राज्य की आर्थिक स्थिति डगमगा गई थी, इस बजट से राज्य की विकास की प्रक्रिया दोबारा शुरू होगी। राज्य फिर विकास के पथ पर अग्रसर होगा ।
सभी को निराश करने वाला बजट: चंद्रकांत पाटिल
राज्य सरकार द्वारा पेश बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि राज्य के सभी लोगों को निराश करने वाला बजट है। बजट में किसानों के लिए किसी भी सहूलियत की घोषणा नहीं की गई है। बजट में किसानों के लिए दो लाख तक कर्ज लेने पर ब्याज दर मुफ्त करने से 20 लाख किसान इस योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे।
हर दृष्टि से निराशाजनक जनक बजट : आरएन सिंह
भाजपा विधायक और उत्तर भारतीय संघ, मंुबई के अध्यक्ष आरएन सिंह ने अाघाड़ी सरकार द्वारा पेश बजट काे किसान, मजदूर और आम जनता को फंसाने वाला बजट करार दिया है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया मंे कहा कि कोरोना के मद्देनजर आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बजट में उसके मद्देनजर जनता के लिये कोई राहत पैकेज या किसानों के हित के लिये कोई कदम उठाने की जरूरत थी। उक्त सभी दृष्टि से बजट ने राज्य के आम जन मानस को सिर्फ निराश ही किया है। इस बजट मंे महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों की अनदेखी की गई है। संक्षेप मंे समाज के हर वर्ग और विशेषकर समाज के शोषित-पीड़ित और अभावग्रस्त वर्ग की पूरी अनदेखी की गई है। यह बजट हर दृष्टि से निराशा पैदा करने वाला बजट है।
बजट में किसानों के साथ सभी को न्याय : अजित पवार
सोमवार को सरकार का दूसरा बजट पेश करने वाले राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने कहा कि राज्य को विकास की पथ पर ले जाने वाला बजट है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस बजट में सभी वर्ग का ख्याल रखा गया है। कोरोना काल में राज्य की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई, जिसे मजबूत करने के लिए यह बजट कारगर साबित होगा। इस बजट में मुंबई सहित पूरे राज्य का विकास करने पर ध्यान दिया गया है।