महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में सोमवार दोपहर दो बजे राज्य का बजट पेश किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार विधानसभा में, जबकि वित्त राज्यमंत्री शंभूराज देसाई विधान परिषद में बजट पेश करेंगे। यह राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार का दूसरा आर्थिक बजट होगा। कोरोना काल में बजट चुनौतीपूर्ण होगा।
कोरोना की विषम स्थिति
महाराष्ट्र की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में विकास दर में आठ फीसदी गिरावट का अनुमान लगाया गया है। ऐसे में वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में कोरोना काल की विषम परिस्थिति से उबरने के प्रयास की स्पष्ट झलक देखने को मिलेगी। बजट गांव, गरीब, किसान, महिलाओं, युवाओं, कमजोर और वंचित तबके के इर्द-गिर्द सिमटा दिखाई दे सकता है। बजट में सरकार का फोकस गांव, गरीब, किसान, महिलाओं, युवाओं पर हो सकता है। आधारभूत संरचना के विकास पर जोर होगा, लेकिन डांवाडोल आर्थिक स्थिति के कारण इन्हें सीमाओं में बांधा जा सकता है।