राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि खेती हमेशा होती रहेगी। कोरोना के संकट काल में किसानों ने न केवल दो वक्त का निवाला प्रदान किया, बल्कि अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का भी काम किया। इस बात को ध्यान में रखते हुए कोकण के युवाओं को खेती के व्यवसाय की तरफ रुख करना चाहिए। उन्होंने सरकार की तरफ से शुरू ‘जो बिकेगा, वही उगेगा’ (विकेल ते पिकेल) योजना के माध्यम से कोकण को समृद्ध बनाने की अपील भी की। मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन पद्धति से शनिवार को मालवण तालुका के मसुरे-आंगणेवाडी लघु सिंचाई योजना, मालोंड- मालडी कोल्हापुरी सिंचाई योजना और कणकवली तालुका के कुंभवडे लघु सिंचाई योजना का भूमि पूजन किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि कोरोना ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को पटरी पर से उतार दिया, लेकिन, इस संकट काल में भी किसानों ने अर्थव्यवस्था को बचाए रखने का काम किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘जो बिकेगा, वही उगेगा’ (विकेल ते पिकेल) योजना की शुरुआत की है। पूरा कोकण बेल्ट खूबसूरत है। प्रकृति सौंदर्य से भरा पूरा है। मैंने कोकण के प्रति अपने प्यार को कभी नहीं छिपाया है। यही कारण है कि मैं पिछले साल भराडी देवी के दर्शन के लिए आया था। उसी समय मैंने कोकण की योजनाओं और परेशानियों के बारे में सोचा था। उसमें कई चीजों को सुलझाते समय ही कोरोना का संकट आया और सब कुछ रुक गया। ऐसा होने के बावजूद भी कोकण का विकास किया जाएगा। मेरा कोकण समृद्ध होना चाहिए, उसके लिए जो भी करना पड़ेगा, वह करने का वादा भराडी देवी को साक्षी मानते हुए मैं कोकणवासियों माता-बहनों से करता हूं।
भराडी माता की वंदना करते हुए कोरोना रुपी राक्षस को नष्ट करके और मेरे इस सुंदर कोकण और महाराष्ट्र को सुजलाम सुफलाम बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगणेवाडी जत्रा (मेला) कोरोना काल के दौरान भीड़ न जुटाने के आव्हान को सकारात्मक प्रतिसाद देने के लिए भक्तों को धन्यवाद देता हूं। इस अवसर पर पालकमंत्री उदय सामंत, सांसद विनायक राऊत, सांसद अरविंद सावंत सहित उपस्थित लोगों ने अपने विचार किए।