पिछले दस सालों से बंगाल की सत्ता संभाल रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भाजपा चुनौती दे पाएगी या एक बार फिर टीएमसी का परचम लहराएगा, हर कोई इस सवाल के जवाब के इंतजार में है। इस बीच, अटकलें लगाई जा रही हैं कि सात मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी की कोलकाता रैली में पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली शामिल होने आ सकते हैं।
कहा जा रहा है कि वह मोदी की उपस्थिित में भाजपा में शामिल हो जाएंगे। इन कयासों के बीच बुधवार को भाजपा ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। पार्टी के प्रवक्ता शामिक भट्टाचार्य का कहना है कि अगर सौरव गांगुली का स्वास्थ्य और कोलकाता का मौसम उन्हें पीएम की रैली में आने की इजाजत देता है तो हम उनका स्वागत करेंगे। हम जानते हैं कि सौरव फिलहाल आराम कर रहे हैं। अगर वह आते हैं तो हमें लगता है कि उन्हें यह पसंद आएगा। वहां मौजूद लोगों को भी अच्छा लगेगा। लेकिन इस बारे में (कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में) हम नहीं जानते। यह फैसला उन्हें करना है।’ हालांकि इस मुद्दे पर बीसीसीआई प्रमुख सौरव गांगुली की ओर से कोई बयान नहीं आया है। ऐसी अटकलें हैं कि वह विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल की राजनीति में शामिल हो जाएंगे। पिछले कई महीनों से राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि भाजपा सौरव गांगुली को पार्टी में शामिल कर उन्हें पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाना चाहती है। अगर एेसा हुआ तो दीदी और दादा के बीच बंगाल में बहुत ही रोमांचक मुकाबला होगा और भाजपा का पलड़ा भारी होगा।