रकार ने जलगांव के एक छात्रावास में पुलिसकर्मियों द्वारा लड़कियों को कथित तौर पर निर्वस्त्र कर नाचने के लिए मजूबर करने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है। विपक्षी सदस्यों की तरफ से यह मामला उठाने पर राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने विधानसभा में कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इसकी जांच करने के लिए अधिकारियों की चार सदस्यीय एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है। उन्हें दो दिनों में एक रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
गृहमंत्री अनिल देशमुख के ढुलमुल जवाब से नाराज भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि अगर आपकी या हमारी बहन के साथ ऐसा होता, क्या तब भी ऐसा ही जवाब दिया जाता। तब गृहमंत्री खून कर देते। उन्होंने कहा कि यह कैसी सरकार है। मुनगंटीवार ने कहा कि पुलिस के पास घटना की पूरी जानकारी पहले से है। भाजपा नेता ने कहा कि अगर पुलिस मशीनरी 15,000 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी जानकारी नहीं ले रही है, तो फिर इस सरकार की जरूरत क्यों है?” नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि (इस घटना की) वीडियो क्लिप है। उन्होंने कहा कि वीडियो क्लिप में दिखाई दे रहा है कि लड़की को निर्वस्त्र कर नाचने के लिए मजबूर किया गया जो एक गंभीर मामला है। विपक्ष के नेता ने कहा किहमारी अपेक्षा है कि आप संवेदनशील तरीके से इस घटना पर तत्काल कार्रवाई करें। इसके बाद गृहमंत्री देशमुख ने चार सदस्यों की समिति के जरिए जांच कराने और दो दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का ऐलान किया। चिखली से भाजपा विधायक श्वेता महाले ने यह मुद्दा उठाते हुए दावा किया था कि मामले में कुछ पुलिसवाले भी लिप्त हैं।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार जलगांव में एक छात्रावास की कुछ लड़कियों ने शिकायत की थी कि बाहर के लोगों और पुलिसकर्मियों को जांच के बहाने परिसर में प्रवेश की अनुमति दी गई और कुछ लड़कियों से कपड़े उतरवा कर उनसे जबरदस्ती नृत्य कराया गया। इस कथित घटना का एक वीडियो क्लिप भी सामने आया है।